जिले की छह चीनी मिलों पर 485 करोड़ रुपया बकाया

बड़गांव कस्बे में शुक्रवार को महिपाल सिंह के निवास पर पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा की संपन्न हुई बैठक में मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि पेराई सत्र 2020-21 का सहारनपुर जिले की छह चीनी मिलों पर 4

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 08:03 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 08:03 PM (IST)
जिले की छह चीनी मिलों पर 485 करोड़ रुपया बकाया
जिले की छह चीनी मिलों पर 485 करोड़ रुपया बकाया

सहारनपुर, जेएनएन। बड़गांव कस्बे में शुक्रवार को महिपाल सिंह के निवास पर पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा की संपन्न हुई बैठक में मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि पेराई सत्र 2020-21 का सहारनपुर जिले की छह चीनी मिलों पर 485 करोड़ रुपये गन्ने का भुगतान आज भी बकाया है। सबसे अधिक गन्ना बकाया भुगतान 212 करोड़ रुपये व ब्याज 125 करोड़ रुपये बजाज हिदुस्तान चीनी मिल गंगनौली पर है। चीनी मिलें गन्ना किसानों से गन्ना उधार खरीद कर करोड़ों रुपये का लाभ कमाती है। बावजूद इसके गन्ना किसानों को सालों तक तक अपने ही रुपये के लिए तरसना पड़ता है। कहा कि भारत सरकार के नियम शुगर कंट्रोल आर्डर के अनुसार, जो चीनी मिले 14 दिन के अंदर गन्ना किसानों को भुगतान नहीं करती हैं। उन्हें 15 प्रतिशत वार्षिक दर से किसानों को गन्ना पर ब्याज का भुगतान करना चाहिए। भाजपा की योगी सरकार ने पिछले चार वर्ष से गन्ने का एक रुपये भी नहीं बढ़ाया है। कहा कि गन्ने की पैदावार पर 440 कुंतल खर्च आ रहा है इस हिसाब से गन्ने का रेट होना चाहिए। अध्यक्षता मोर्चा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी ने की। कहा कि आठ महीने से प्रदेश और देश के अन्नदाता किसान अपनी मांगों को मनवाने के लिए दिल्ली के चारों तरफ पड़े हुए हैं। इसके बावजूद दिल्ली और लखनऊ में बैठे हुए नेता इस पर गौर नहीं फरमा रहे। संचालन प्रदेश महामंत्री आसिम मलिक ने किया।

बैठक में कालूराम प्रधान, पुरुषोत्तम शर्मा, पुनीत प्रधान, सुचित, मोहम्मद फारुख, रविद्र प्रधान, नीरज सैनी, सुधीर चौधरी, जोगेंद्र सिंह, हरपाल सिंह, सुभाष त्यागी, संजय पुंडीर, राजकुमार चौहान आदि ने भाग लिया।

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