बारिश से गिरी छत, पिता ने बच्चों के ऊपर लेट कर बचाई जान
पठेड़: गांव दूधगढ़ में रात में अचानक गिरे मकान के नीचे वहां सो रहे परिवार के कई सदस्य
पठेड़: गांव दूधगढ़ में रात में अचानक गिरे मकान के नीचे वहां सो रहे परिवार के कई सदस्य दब गए। पड़ोसियों ने मलबा हटाकर उन्हें बाहर निकाला और जिला अस्पताल पहुंचाया। दूसरी घटना गांव धौलाहेड़ी में हुई, जहां मकान का लिंटर गिर गया, जिसके नीचे दबने से मां-बेटा घायल हो गए। उन्हें गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सोमवार देर रात जुलफान पुत्र शब्बीर परिजनों के साथ मकान में सोया था। रात में पहले मकान की पिछली दीवार गिरी, जिसके बाद पूरा मकान धराशाई हो गया। दीवार के साथ मलबा गिरने लगा तो जुलफान बच्चों को बचाने के लिए उनके ऊपर लेट गया। आवाज सुनकर लोग दौड़े और मलबा हटाकर निकाला। बच्चे तो बच गए, लेकिन जुलफान व उसकी पत्नी दिलशाना गंभीर घायल हो गए, जिन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया।
दूसरी घटना मंगलवार की दोपहर बाद गांव धौलाहेड़ी में हुई। निर्भय ¨सह की पत्नी वीनू छत पर कपड़े फैला रही थों। तभी लिंटर गिर गया, जिसके मलबे में वह तो दबी ही छज्जे के नीचे खेल रहा उसका चार वर्षीय पुत्र राजा भी मलबे में दब गया। आसपास के लोगों ने दौड़कर दोनों को बाहर निकाला और जिला अस्पताल ले गए।