कारगिल दिवस पर वीर जवानों को याद किया

कारगिल विजय दिवस पर कृतज्ञ राष्ट्र ने अमर वीरों का स्मरण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किये। इस बार भी शासन प्रशासन का कोई प्रतिनिधि राजेश की समाधि पर पुष्पार्चन करने नहीं पहुंचा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 06:19 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 06:19 PM (IST)
कारगिल दिवस पर वीर जवानों को याद किया
कारगिल दिवस पर वीर जवानों को याद किया

सहारनपुर, जेएनएन। कारगिल विजय दिवस पर कृतज्ञ राष्ट्र ने अमर वीरों का स्मरण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किये। इस बार भी शासन प्रशासन का कोई प्रतिनिधि राजेश की समाधि पर पुष्पार्चन करने नहीं पहुंचा।

वीरगति के चंद दिनों तक वीर जवानों को याद रखकर उसकी स्मृति को भुला दिया जाता है। यही हाल कारगिल के अमर वीर राजेश बैरागी के साथ हुआ। सोमवार को चौ. नक्षत्र सिंह, भारत धीमान, कुलबीर सिंह, प्रिन्स खटाणा, बिरम, अंकुश चौधरी, सोनू, प्रमोद, रिषीपाल, नीटू, अमित आदि ने राजेश वैरागी के गांव जेहरा स्थित समाधि पर जाकर श्रद्धासुमन समर्पित किये। सांसद, विधायक व राजनेताओं सहित शासन प्रशासन का कोई प्रतिनिधि तक शहीद की समाधि पर नहीं पहुंचा। नगरपालिका मार्ग स्थित भाजयुमो के पूर्व जिला उपाध्यक्ष योगेश रोहिला के कार्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में कारगिल के शहीदों को नमन किया गया तथा श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर देश की एकता व अखंडता को कायम रखने की शपथ ली गई। योगेश रोहिला ने कहा कि देश वीर जवानों के बलिदान को कभी नहीं भुला सकता। आस्था का केंद्र है महाभारत कालीन महादेव मंदिर

तीतरो: महाभारत कालीन महादेव मंदिर लाखों भक्तों की आस्था का केंद्र है, यहां भगवान शिव का आशीर्वाद लेने भक्तों की भीड़ उमड़ती है। नगर से लगभग पांच किमी दूर गांव बरसी स्थित प्राचीन शिव मंदिर आस-पड़ोस के राज्यों में भी विख्यात है, यह माना जाता है कि इसकी स्थापना महाभारत काल में बाहुबली भीम ने की थी, श्रावण माह के पहले सोमवार को यहां स्थानीय शिव भक्त ही जलाभिषेक को पहुंचे और श्रद्धा भाव से भगवान शिव की आराधना की।

सरस्वती इंटर कालेज के प्रधानाचार्य और गांव के पूर्व प्रधान चौ. पद्म सिंह का कहना है कि प्रचीन समय से ही यह स्थान शिव भक्तों की आस्था का केंद्र रहा है। पर्यटन विभाग ने भी अब संज्ञान लेकर इसको पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना बना रखी है, इसके लिए विभाग ने 50 लाख रुपये प्रदान किए हैं।

मंदिर कमेटी के प्रमुख व मेला संयोजक, युवा प्रिस चौधरी का कहना है कि पर्यटन विभाग की योजना के तहत मंदिर कमेटी ने इसकी भूमि की नाप करा दी गई थी, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की सुस्ती के चलते इसके आठ माह बाद भी इसके जीर्णोद्धार का कार्य शुरू नहीं हो सका। मा. विकास चौधरी का भी मानना है कि अगर प्रशासन इस पर ध्यान दे तो इससे क्षेत्र का भी विकास होगा।

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