बारिश से सब्जियों को नुकसान, रसोई का बजट बिगड़ा

गंगोह में मानसून की बारिश से सब्जियों को नुकसान होने के कारण सब्जियों के दाम में इजाफा हो गया है जिससे आमजन को अधिक जेब ढीली करनी पड़ रही है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 07:12 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 07:12 PM (IST)
बारिश से सब्जियों को नुकसान, रसोई का बजट बिगड़ा
बारिश से सब्जियों को नुकसान, रसोई का बजट बिगड़ा

सहारनपुर, जेएनएन। गंगोह में मानसून की बारिश से सब्जियों को नुकसान होने के कारण सब्जियों के दाम में इजाफा हो गया है, जिससे आमजन को अधिक जेब ढीली करनी पड़ रही है। मंडी में जाने से सब्जी रसोईघर तक जाने में 30 फीसद और महंगी हो जाती है, जिससे रसोईघर का बजट बिगड़ गया है। हालांकि अभी भी आलू के दामों ने ग्राहकों को राहत दे रखी है।

बारिश से सब्जियों को भारी नुकसान हुआ है। कुछ सब्जी उत्पादकों को जहां काफी नुकसान पहुंचा है। वहीं कुछ किसानों की अचानक सब्जियों में तेजी आने से बल्ले बल्ले भी हो रही हैं। किसानों को कहना है कि अच्छी बारिश से जहां धान व गन्ने में बारिश वरदान साबित हुई है। वहीं सब्जियों के लिए यह आफत बन गई है, जिससे बेलदार सब्जियों के दाम आसमान छू गए हैं। सब्जी मंडी गंगोह में तोरई 30, खीरा 24, हरा कद्दू 30, लौकी 15, अरबी 18, मिर्च 16, नीबू 50, भिडी 15, बैगन 20, करेला 15, बंद गोभी 12, प्याज 25, हरा कद्दू 20, फूलगोभी 35 रुपये बिक रही है। यह दाम सब्जी मंडी के हैं, जो कस्बों की गलियों व गांव में पहुंचते-पहुंचते 30 फीसद तक और बढ़ जाते हैं। गनीमत है कि इस बार आलू के दाम सीजन वाले ही हैं। इसलिए 60 रुपये तक आलू बिक रहा है, जो पिछले साल 200 रुपये से अधिक तक चला गया था।

सब्जी विक्रेता अरविद सहगल का कहना है कि बारिश से सब्जी खराब हो गई हैं, जिससे इनके दामों तेजी आई है।

आढ़ती ब्रजेश सैनी कुमार का कहना है कि बारिश से सब्जियां मंडी में कम आ रही है। कुछ किसानों ने सब्जियों की फसल को खेतों में ही जुताई कर धान लगा दिया है।

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