तीन दिन से जारी बारिश से जन-जीवन अस्त-व्यस्त

क्षेत्र में लगातार तीसरे दिन भी हुई झमाझम बारिश व शीत लहर जनजीवन अस्त व्यस्त रहा। लोग दिन भर घरों से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पाए जिस कारण कस्बे के बाजार भी सुनसान पड़े रहे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Jan 2020 09:55 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jan 2020 09:55 PM (IST)
तीन दिन से जारी बारिश से जन-जीवन अस्त-व्यस्त
तीन दिन से जारी बारिश से जन-जीवन अस्त-व्यस्त

संवाद सूत्र, चिलकाना: क्षेत्र में लगातार तीसरे दिन भी हुई झमाझम बारिश व शीत लहर जनजीवन अस्त व्यस्त रहा। लोग दिन भर घरों से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पाए जिस कारण कस्बे के बाजार भी सुनसान पड़े रहे।

बुधवार को भी सवेरे से ही झमाझम बारिश शुरू हुई जो शाम तक लगातार होती रही जिसके कारण लोग घरो से बाहर निकलने की हिम्मत नही जुटा पाए, जिससे कस्बे के बाजारो मे दुकानदार ग्राहकों का इंतजार करते दिखे। शीतलहर एवं बारिश के कारण रेहडी ठेले एवं दड़े वाले अपनी फल सब्जी बेचने घरों से ही नहीं निकले वहीं बडे़ फल व सब्जी विक्रेता ग्राहकों के न आने के कारण मायूस दिखायी दिए।

वहीं बड़गांव में पिछले चार दिनों से क्षेत्र में रूक रूक कर हो रही बेमौसम बरसात से जनजीवन प्रभावित हो गया । बरसात से कोल्हूओं में गन्ना पेराई ठप्प होने से किसानों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। किसान ब्रहमजीत सिंह, तेजपात, रणबीर आदि ने बताया कि नानोता चीनी मिल द्वारा द्वारा गन्ना भुगतान नही करने से किसान कोल्हूओं पर गन्ना डालकर अपना रोजमर्रा का खर्च चला रहे थे । बरसात होने से कोल्हूओं में गन्ना पेराई ठप्प हो गई है जिससे किसानों के सामने आर्थिक संकट खडा हो गया है । गन्ना क्रय केंद्रों पर कीचड उठ जाने से गन्ना तौल नही हो पा रहा है। वहीं किसान राजबल, महेन्द्र सिंह ने बताया कि गेंहू की खड़ी फसल व सरसो की फसल को बारिश का बहुत फायदा हो रहा है। गेहूं की पछेती बुआई बाधित हो गई है। उन्होने बताया कि गेंहू की लगभग बीस प्रतिशत बुआई अभी ओर की जानी थी, लेकिन मौसम की बेरूखी के चलते अब आगे बुआई की उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है ।

दूसरी ओर छुटमलपुर में दो दिनों से लगातार हो रही रिमझिम वर्षा से सर्दी का प्रकोप बढ़ गया है और लोग घरों में दुबकने को मजबूर हो रहे है। सोमवार रात से शुरु हुई रिमझिम वर्षा का क्रम बुधवार को भी जारी रहा और आकाश पर दिनभर काले बादल डेरा जमाए रहे। जिसके चलते बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा और सड़कों पर दौड़ने वाले वाहनों को लाइट का इस्तेमाल करना पडा। वर्षा की निरंतरता और ओलावृष्टि की संभावना के चलते किसान चितित है।

वहीं, सरसावा में पिछले तीन दिनों से हो रही बूंदाबांदी से सामान्य जन जीवन प्रभावित हो गया बाजार सूने दिखाई देने लगे यह बारिश गेहूं व गन्ने की फसल के लिए लाभ दायक मानी जा रही है। बारिश से किसान खुश है। तीन दिनों से हो रही हल्की बारिश से तापमान मे गिरावट आने से मौसम और अधिक ठंडक मे बदल गया बारिश के साथ बढ़ी ठंडक से लोग घरों से नहीं निकलना चाहते बाजार सूने से दिखाई दे रहे हैं। यह बारिश गेहूं व गन्ने की फसल के लिए लाभकारी बनी किसानों की माने तो इस बारिश से उन्हें गेहूँ की फसल की सिचाई पर आने वाले खर्च की बचत हुई।

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