कई बार लगाई गुहार पर नहीं मिला प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ
नानौता में कच्चे मकान की लकड़ी की कडि़यां टूटने से ईट के भट्ठे पर मजदूरी करने वाली शब्बीरी का परिवार प्लास्टिक की पन्नी के नीचे रहने को मजबूर है।
सहारनपुर, जेएनएन। नानौता में कच्चे मकान की लकड़ी की कडि़यां टूटने से ईट के भट्ठे पर मजदूरी करने वाली शब्बीरी का परिवार प्लास्टिक की पन्नी के नीचे रहने को मजबूर है। आरोप है कि कई बार आवेदन किए जाने के बाद भी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उसका मकान नहीं बन पा रहा है।
नगर के मोहल्ला चाहमंजली निवासी शब्बीरी ने बताया कि गुरबत के चलते वह अपने पति जिदाशाह व बच्चों सहित ईंट के भट्ठे पर मजदूरी कर गुजारा कर रही है, जहां वह दूसरों के मकान बनवाने के लिए परिवार सदस्यों सहित ईंट पाथने का काम करती है, लेकिन काफी भागदौड़ व धक्के खाने के बाद भी वह खुद का अपना मकान नहीं बना पाई।
बताया कि लगभग दो वर्ष पूर्व बरसात के दौरान उसके कच्चे मकान की लकड़ी की कड़िया टूट गई थी, जिसके चलते मलबे के नीचे दबकर हजारों रुपये का सामान नष्ट हो गया था। इसके बाद से वह परिवार सहित प्लास्टिक की पन्नी लगाकर उसके नीचे जीवन यापन करती है। गुरुवार सुबह हुई बारिश से उसके एक अन्य कमरे की भी कई कड़ियां टूट गई। पीड़िता का आरोप है प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कई बार आवेदन किया, कितु पात्रता की श्रेणी में आने के बावजूद मुझ गरीब का मकान आज तक नहीं बन पाया। यह समस्या अकेली एक शब्बीरी की नहीं बल्कि नगर निवासी वृद्ध महबूब पुत्र भिक्खा, अय्यूब व रिजवान सहित कई लोगों की बनी हुई है। उधर, इस संबंध में नगर पंचायत ईओ बृजेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि जिन लोगों ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवेदन किया था जांच उपरांत उनको डूडा विभाग में भेज दिया गया था। वहां वह किस स्तर पर हैं। इसकी जांच कराकर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पात्रों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ अवश्य मिलेगा।