कोरोना रिपोर्ट के बिना दर्शन नहीं कर सके बाहर के श्रद्धालु

कोरोना गाइडलाइन के चलते सोमवार दोपहर तक शाकंभरी दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। पुलिस ने सभी को वापस लौटा दिया। एसडीएम के हस्तक्षेप से समस्या का समाधान निकला।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 10:46 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 10:46 PM (IST)
कोरोना रिपोर्ट के बिना दर्शन नहीं कर सके बाहर के श्रद्धालु
कोरोना रिपोर्ट के बिना दर्शन नहीं कर सके बाहर के श्रद्धालु

सहारनपुर, जेएनएन। कोरोना गाइडलाइन के चलते सोमवार दोपहर तक शाकंभरी दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। पुलिस ने सभी को वापस लौटा दिया। एसडीएम के हस्तक्षेप से समस्या का समाधान निकला।

जिला प्रशासन ने गाइडलाइन जारी की थीं कि दूसरे राज्यों एवं जनपद के श्रद्धालु 72 घंटे की आरटीपीसीआर की निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट लेकर ही शाकंभरी सिद्धपीठ क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे। जनपद के श्रद्धालुओं को टेस्ट रिपोर्ट की जरूरत नहीं है लेकिन वे मास्क लगाकर शारीरिक दूरी का पालन करते हुए माता के दर्शन करेंगे।

सिद्धपीठ पर चैत्र नवरात्र का मेला चल रहा है। हालांकि श्रद्धालु बहुत कम हैं। रविवार को साप्ताहिक बंदी के कारण सोमवार सुबह से श्रद्धालुओं का तांता लग गया। कोतवाली पुलिस ने जसमोर में व मेला पुलिस ने नागल माफी में नाका लगाया। श्रद्धालु पुलिस को समझाते रहे कि स्थानीय श्रद्धालु बिना कोरोना टेस्ट रिपोर्ट के प्रवेश कर सकते हैं, लेकिन पुलिस ने सभी को वापस भेज दिया। हालांकि, नागल माफी में पुलिस कुछ जानकारों को भेजती रही, जिससे श्रद्धालुओं में रोष रहा।

शिकायत मिलने पर एसडीएम दीप्ति देव यादव ने पुलिस को बताया कि अन्य जनपदों व दूसरे राज्यों के श्रद्धालुओं को ही आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट देखकर प्रवेश दिया जाए। जनपद के श्रद्धालुओं को रिपोर्ट की आवश्यकता नहीं है। इसके बाद श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया गया। टेस्ट कराने सीएचसी बेहट पहुंचे श्रद्धालु

पुलिस द्वारा लौटाए गये काफी श्रद्धालु सीएचसी बेहट पहुंचे और आरटी पीसीआर टेस्ट कर तत्काल रिपोर्ट देने की मांग करने लगे। भीड़ बढ़ती देख प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. नितिन कदवाल ने एसडीएम को सूचित किया। एसडीएम मौके पर पहुंचे और श्रद्धालुओं को बताया गया कि एंटीजन रिपोर्ट तत्काल मिलती है जबकि आरटी पीसीआर में एक-दो दिन का समय लगता है। इसके बाद श्रद्धालु वापस लौटे।

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