जड़ौदापांडा में वैक्सीन लगवाने को लोगों भीड़

जड़ौदापांडा में थाना क्षेत्र के गांव जड़ौदापांडा में शनिवार को स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा शिविर लगाकर वैक्सीन लगाई गई है। इस दौरान शिविर में ग्रामीणों की खूब भीड़ नजर आई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 06:52 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 06:52 PM (IST)
जड़ौदापांडा में वैक्सीन लगवाने को लोगों भीड़
जड़ौदापांडा में वैक्सीन लगवाने को लोगों भीड़

सहारनपुर, जेएनएन। जड़ौदापांडा में थाना क्षेत्र के गांव जड़ौदापांडा में शनिवार को स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा शिविर लगाकर वैक्सीन लगाई गई है। इस दौरान शिविर में ग्रामीणों की खूब भीड़ नजर आई।

वैक्सीन लगवाने के लिए आए ग्रामीणों को स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा कोरोना के प्रति जागरूक भी किया गया। शिविर में 45 पार 108 लोगो को वैक्सीन लगाई गई। इस दौरान फार्मेसिस्ट भास्कर दीक्षित ,एएनएम मनोरमा शर्मा, अनीता आशा, अनामिका आशा, सुनीत आशा आदि मौजूद रहे।

मुस्लिम बहुल गांव धानवा में 170 टीके लगाए गए

तीतरों: शासन की मंशा के अनुरूप कोरोना वैक्सीन कार्यक्रम धीरे-धीरे अब जोर पकड़ने लगा है। इसी के चलते शुक्रवार को क्षेत्र के मुस्लिम बहुल गांव धानवा में 170 टीके लगाए गए। पिछले कई दिनों से चल रहे इस अभियान में गांव के मुस्लिम वर्ग ने बढ़-चढ़कर भागीदारी निभाई, स्वास्थ्य विभाग कर्मियों द्वारा समझाने और जनप्रतिनिधियों द्वारा इस कार्यक्रम के प्रचार प्रसार का असर ग्रामीणों पर पडता नजर आने लगा पिछले सप्ताह के अंदर बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने टीकाकरण कराया है। अभियान के संचालक डा. रामकुमार के अनुसार शुरू में ग्रामीण इसको लेकर उदासीन थे लेकिन अब टीकाकरण में बढ़-चढ़कर भाग ले रहे है।

उधर नगर के स्वास्थ्य केंद्र पर टीकाकरण ना होने से नगर वासियों सहित ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को मायूस होकर केंद्र से वापस लौटना पड रहा है।

अतिक्रमण रोज बन रहा मारपीट का सबब

गंगोह: ऐसा लगता है कि यहां प्रशासन से ताकतवर अतिक्रमणकर्ता हैं। हालात इतने खराब हो चुके हैं कि अब पैदल चलने के लिए भी रास्ता बनाने में समय लगता है। इन्हीं रास्तों से गुजरने वाले अधिकारी भी अब ध्यान नही देते। रोजाना हो रही मामूली कहासुनी मारपीट मे बदल रही है।

राजनीतिक मजबूरी है या दूसरा कोई अन्य दबाव अब अतिक्रमण कर्ताओं को कोई कहने वाला नही है। कैंसर की तरह अब यह बीमारी मुख्य मार्गो तक ही सीमित नही रही अब तो यह गली मोहल्लों तक फैल गई है। अतिक्रमण जाम के अलावा दुर्घटनाओं व विवाद का कारण भी रोजाना बन रहा है। देवबंद बस स्टैंड से ही अतिक्रमण की अति शुरू हो जाती है। पुलिस प्रशासन की कोई व्यवस्था ट्रैफिक कंट्रोल करने की यहां नहीं है। ऐसे में आम जन बेबस नजर आता है। शिव चौक से आगे चौधरी चरण सिंह चौक तक जहां दोनों ओर दुकानदारों ने अतिक्रमण तो किया ही है। हद तो तब हो जाती है जब आगे सामान लेता या सामान उतारता वाहन खड़ा हो जाता है तब लंबी कतार लगना आम बात है। नगर के अंदर बाजारों मे सभी हद पार हो गई हैं। यहां किसी को कहना लड़ाई को खुद दावत देना है। पिछले दिनों नगरपालिका ने अतिक्रमण हटाने की चेतावनी दी थी लेकिन उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।

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