क्षेत्र में दो दिन मनाई गई श्रीकृष्ण जन्माष्टमी

कोरोना माहमारी के चलते इस बार क्षेत्र के श्रद्धालुओं ने अपने घरों में रहकर ही ठाकुर जी की पूजा अर्चना की। श्रद्धालुओं के साथ बच्चों ने भी व्रत रखा। कोरोना के चलते बड़ी संख्या में लोगो ने घरों पर ही लड़्डू गोपाल की सुंदर झांकियां सजाई। दिन भर बच्चे घरों में झाकियों को सजाने में लगे रहे। भगवान को अर्पण करने के लिए विशेष रूप से धनिये का प्रसाद बनाया गया। घरों में सुबह से बच्चे लड़्डू गोपाल की झाकियां और झूले सजाने मे जुट गए थे। बच्चो ने अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर झांकियों की फोटो वीडियों शेयर की। शाम होते ही यह सिल सिला तेज हो गया। प्रशासन की गाइड लाइन के अनुसार ही श्रद्धालुओं ने मंदिरों में दर्शन किए। ठाकुर जी की पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 11:30 PM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 06:09 AM (IST)
क्षेत्र में दो दिन मनाई गई श्रीकृष्ण जन्माष्टमी
क्षेत्र में दो दिन मनाई गई श्रीकृष्ण जन्माष्टमी

सहारनपुर जेएनए। कोरोना माहमारी के चलते इस बार क्षेत्र के श्रद्धालुओं ने अपने घरों में रहकर ही ठाकुर जी की पूजा अर्चना की। श्रद्धालुओं के साथ बच्चों ने भी व्रत रखा। कोरोना के चलते बड़ी संख्या में लोगो ने घरों पर ही लड़्डू गोपाल की सुंदर झांकियां सजाई। दिन भर बच्चे घरों में झाकियों को सजाने में लगे रहे। भगवान को अर्पण करने के लिए विशेष रूप से धनिये का प्रसाद बनाया गया। घरों में सुबह से बच्चे लड़्डू गोपाल की झाकियां और झूले सजाने मे जुट गए थे। बच्चो ने अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर झांकियों की फोटो वीडियों शेयर की। शाम होते ही यह सिल सिला तेज हो गया। प्रशासन की गाइड लाइन के अनुसार ही श्रद्धालुओं ने मंदिरों में दर्शन किए। ठाकुर जी की पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिया।

तीतरो: बुधवार को नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में जन्माष्टमी पर्व सादगी और परंपरा के अनुसार मनाया गया, कोरोना के चलते मंदिरों में श्रद्धालुओं भीड़ देखने को नहीं मिली। मंदिर संचालकों ने किसी भी धार्मिक परिसर में लगने वाली झांकियों को प्रदर्शित नहीं किया, सभी श्रद्धालुओं ने सुबह के समय धार्मिक स्थलों में जाकर भगवान कृष्ण की पूजा अर्चना के बाद व्रत रखकर सुख समृद्धि की कामना की, गांव कोला खेड़ी, बेरखेड़ी हिदू, खडलाना, रादौर, बरसी, मोहम्मदपुर गुर्जर, सालियर, मनोहरा में भी भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव परंपरागत तरीके से मनाया गया।

रामपुर मनिहारान: भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व कस्बे व ग्रामीण क्षेत्रों में धूमधाम हर्षोल्लास के साथ मनाया गया मंदिरों में जगह-जगह भारी भीड़ रही श्रद्धालुओं ने स्वयं शारीरिक दूरी का पालन कर भगवान श्री कृष्ण के दर्शन किए और उनकी पालकी को झुलाकर आशीर्वाद लिया। मंदिर में कहीं भी प्रसाद नहीं चढ़ाया गया श्रद्धालु सिर्फ दर्शन कर स्वयं ही नियमों का पालन करते दिखाई दिए। मंदिरों पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस बल तैनात रहा।

अंबेहटा: नगर व ग्रामीण क्षेत्र मे बुधवार को भी श्री कृष्णा जन्माष्टमी का पर्व बडी धूम धाम से मनाया गया। छोटे बच्चो ने कान्हा और राधा के वस्त्र ग्रहण किए। मंदिरों में में शारीरिक दूरी का पालन करते हुए पूजा अर्चना की गयी। क्षेत्र के सभी मंदिरों की साज-सज्जा भव्य की गई। मंदिर में प्रवेश करने वाले भक्तगण भक्ति में विभोर होकर कन्हैया की पूजा की। ग्रामीण क्षेत्र बलालखेडी, ढायकी, अलीपुरा, रंढेडी, अंबेहटी, चापरचिडी, रणदेवा मे भी बच्चों को सजाने के प्रति खासा उत्साह रहा। शैक्षिक संस्थानों द्वारा ऑनलाइन कार्यक्रम की प्रस्तुति व्हाट्सअप ग्रुप पर भी डाली गयी। छोटे बच्चों ने सुंदर प्रस्तुति रिकार्ड कर स्कूल के व्हाट्सएप ग्रुप पर भी पोस्ट की

छुटमलपुर: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर कस्बे के प्राचीन श्रीमनकामेश्वर महादेव शिव मंदिर को सुंदर ढंग से सजाया गया। श्रद्धालुओं ने शारीरिक दूरी का पालन करते हुए पूजा अर्चना की। शिव मंदिर समिति के प्रधान चौधरी राज सिंह साध ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते प्रतिवर्ष सप्ताह भर तक चलने वाले जन्मोत्सव कार्यक्रम को स्थगित कर शासन द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए इस बार मंदिर प्रांगण में पं. फलकेश्वर बड़थ्वाल के श्रीमुख से केवल पांच श्रोताओं को श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण कराया गया। शिव मंदिर के अलावा देहरादून रोड स्थित वैदिक शिव सतसंग मंदिर को भी रंग बिरंगी लाइटों से सजाया गया। रात्रि के 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का शुभ मुहूर्त आया तो मंदिर परिसर जयकारों से गूंज उठा और फूलों और सतरंगी लाइटों की झालरों से सजे झूलों में विराजमान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप को लोगों ने झूला झुलाया तथा भोग लगाया। मंदिर समिति के अध्यक्ष चौधरी राज सिंह साध ने बताया कि गुरुवार को हवन आदि कराने के बाद कन्याओं को भोग अर्पित किया जाएगा।

महंगी: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी गांवों में जन्माष्टमी भक्ति भाव श्रद्धा के साथ मनाई गई। गांव में झांकी नही सजाई गई, लेकिन घरों में छोटे-छोटे बच्चों को कृष्ण और राधा बनाया गया, जिसमें बच्चे सबका मन मोह रहे थे। वहीं, घरों में घर के मावे की मिठाई भी बनाई गई। ग्राम महंगी, बालू, कलसी,मुबारिकपुर खैरसाल आदि गांव मंदिर सजाए गए थे।मंदिरों में कृष्ण राधा के भजनों ने वातावरण को धर्ममय बना दिया था।

नानौता: बुधवार को श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने व्रत रखे तथा घरों में तरह-तरह की मिठाई बनाई। श्रद्धालुओं द्वारा शारीरिक दूरी का पालन करते हुए मंदिरों में जाकर भगवान कान्हा के दर्शन किए।

पंडित सोनू शर्मा व पंडित वीरेंद्र शर्मा के अनुसार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर श्रीमद् भागवत भविष्य पुराण के अनुसार भगवान श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि रोहिणी नक्षत्र और वृष राषि के चंद्रमा होने पर अर्ध रात्रि को हुआ था। ऐसा योग कई वर्षों में कभी कभार ही बन पाता है। नगर के गंगोह रोड स्थित शिव मंदिर,राम दरबार,श्रीहनुमान मंदिर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्थित मंदिर तथा कृष्ण लीला चौक स्थित माता मंदिर व देवबंद रोड स्थित आदि मंदिरों को सजाया गया। वहीं कोरोना के चलते लोगों ने अपने नन्हे-मुन्ने बच्चों को घरों पर ही राधा-कृष्ण का रूप धारण कराया।

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