चौधरी यशपाल सिंह की समाधि पर श्रद्धासुमन अर्पित किये
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को पूर्व मंत्री चौधरी यशपाल सिंह की 100वीं जयंती पर उनकी समाधि पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। इसके बाद उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए चौधरी यशपाल सिंह को किसानों और गरीबों का मसीहा बताते हुए उनका जमकर बखान किया।
सहारनपुर, जेएनएन। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को पूर्व मंत्री चौधरी यशपाल सिंह की 100वीं जयंती पर उनकी समाधि पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। इसके बाद उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए चौधरी यशपाल सिंह को किसानों और गरीबों का मसीहा बताते हुए उनका जमकर बखान किया। साथ ही सभा में उपस्थित किसानों को उनकी भावना से जोड़कर उनके सपनों को सरकार बनवाने में सहयोग की अपील की।
यशपाल सिंह को किसानों गरीबों का मसीहा बताया
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चौधरी यशपाल सिंह को किसानों और गरीबो का मसीहा बताते हुए उनका जमकर बखान किया। साथ ही सभा में उपस्थित किसानों को उनकी भावना से जोड़कर उनके सपनो की सरकार बनवाने में सहयोग करने की अपील की।
सम्राट मिहिर भोज का भी किया जिक्र
जनसभा में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने क्षेत्र के मिजाज को भांपते हुए सम्राट मिहिर भोज का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुखिया को नाम बदलने का शोक है। सामाजिक सदभाव को बिगाड़ने के लिए जातीय द्वेष बढ़ाने से भी नहीं चूक रहे। इशारों में उन्होंने गुर्जरों को रिझाने का प्रयास भी किया।
इन्होंने भी किया संबोधित
तीतरो: कार्यक्रम के आयोजक सपा जिला अध्यक्ष चौधरी रुद्रसेन ने कहा कि जनता अब सपा के साथ है। जिले में आने वाले चुनाव में सातों विधानसभा सीट सपा जीतेगी। सहारनपुर नगर के सपा विधायक संजय गर्ग ने सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश सरकार को सभी वर्गों के लिए विफल बताया। पूर्व राज्यमंत्री विनोद तेजियान्न, अतुल प्रधान, कार्तिकेय राणा, लियाकत अली एडवोकेट, साहिल खान, जगपाल दास, चंद्रशेखर यादव, चौधरी अब्दुल गफूर, हाफिज उस्मान, सरफराज खान, मजाहिर राणा, शाहिद अख्तर, राजकुमार भाटी, राहुल भारी, प्रमोद त्यागी, योगेश वर्मा, ममता चौधरी, जीशान अहमद, नक्षत्रपाल, सुहैल राणा, उदयवीर कश्यप, आदि ने भी संबोधित किया। ये रहे मौजूद पुष्पेंद्र चौधरी, प्रवीण बांदुखेडी, सपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष फैसल सलमानी आदि रहे। अध्यक्षता पंडित शिवकुमार शास्त्री और संचालन चौधरी इंद्रसेन ने किया।