एटीएस के सरकारी गवाह पंत ने एसएसपी को सौंपी तहरीर, बताया खतरा

मतातरण मामले में एटीएस लखनऊ यूनिट के सरकारी गवाह बने नितिन पंत ने बुधवार को एसएसपी को तहरीर देकर सुरक्षा की गुहार लगाई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 11:08 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 11:08 PM (IST)
एटीएस के सरकारी गवाह पंत ने एसएसपी को सौंपी तहरीर, बताया खतरा
एटीएस के सरकारी गवाह पंत ने एसएसपी को सौंपी तहरीर, बताया खतरा

सहारनपुर, जेएनएन। मतातरण मामले में एटीएस लखनऊ यूनिट के सरकारी गवाह बने नितिन पंत ने बुधवार को एसएसपी को तहरीर देकर सुरक्षा की गुहार लगाई है। पंत ने साध्वी सविता जमुनादास पर आरोप लगाते हुए कहा कि साध्वी उनपर मौलाना कलीम अहमद के खिलाफ गवाही नहीं देने का दबाव बना रही हैं। उन्हें धमकी दी जा रही है कि यदि गवाही दी तो उनके साथ कुछ भी हो सकता है। दूसरी ओर, साध्वी सविता ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है।

नैनीताल जिले के तल्लीताल निवासी नितिन पंत ने मंगलवार को एक वीडियो जारी कर कहा था कि एक साध्वी उनपर मौलाना कलीम के खिलाफ गवाही नहीं देने का दबाव बना रही हैं। बुधवार को नितिन पंत विश्व अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय सचिव निपुण भारद्वाज के साथ एसएसपी डा. एस चन्नपा से मिले और अपनी तहरीर सौंपी। आरोप लगाया कि उसे साध्वी 50 लाख रुपये और सपा सरकार आने पर लाल बत्ती की गाड़ी देने का लालच दे रही हैं। दरअसल नितिन पंत 2010 में राजस्थान में नौकरी की तलाश में गया था। हरियाणा के मेवात में उसका मतातरण करा उसका नाम अली हसन रख दिया गया था। बाद में उसे मुजफ्फरनगर के फुलत, सहारनपुर के उमाही, रामपुर मनिहारन के मदरसों में रखकर मौलाना कलीम ने उसका ब्रेनवास किया था। बाद में पंत हिंदू धर्म में वापस आया। एटीएस ने मौलाना कलीम को गिरफ्तार किया तो नितिन पंत से भी 16 दिन तक लखनऊ एटीएस ने पूछताछ की थी। बाद में एटीएस ने उसे सरकारी गवाह बना लिया था।

बहरहाल, सहारनपुर के एसएसपी डा. एस. चन्नपा ने बताया कि उन्हें नितिन पंत की तरफ से तहरीर मिल गई है। उसके आधार पर अब जाच की जाएगी। साध्वी को भी नोटिस भेजकर उनका पक्ष जाना जाएगा। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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नितिन को मोहरा बना रहे निपुण

मैं नितिन पंत को नहीं जानती। निपुण भारद्वाज ने विश्व अखाड़ा परिषद का पश्चिमी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष बनाने के नाम पर मुझसे 31 हजार रुपये लिए थे। बाद में उन्होंने मुझे फर्जी प्रमाण पत्र थमा दिया। अब मैं अपने रुपये वापस माग रही हूं तो वह नितिन पंत को मोहरा बनाकर मेरे खिलाफ इस्तेमाल कर रहे। मैं आरएसएस से जुड़ी हूं। देश विरोधी गतिविधियों का कभी समर्थन नहीं करूंगी। मेरे ऊपर लगे सभी आरोप झूठे हैं।

- साध्वी सविता जमुनादास, अखाड़ा राम दिगंबर महात्यागी

------------ साध्वी बना रही हैं दबाव

साध्वी सविता को मैंने विश्व अखाड़ा परिषद में कोई भी पद देने का लालच नहीं दिया और न ही इस काम के लिए पैसे लिए। साध्वी ने मेरे आश्रम में हुए भंडारे में 21 हजार रुपये दान दिए थे, जिसकी हमने रसीद भी उन्हें दी थी। रसीद की कापी मेरे पास है। साध्वी लगातार नितिन पर गवाही नहीं देने का दबाव बना रही हैं।

- निपुण भारद्वाज, विश्व अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय सचिव।

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