नए वीसी के समक्ष अवैध निर्माण और भ्रष्ट तंत्र बना चुनौती

सहारनपुर विकास प्राधिकरण के नए वीसी को अवैध निर्माणों से ही नहीं बल्कि भ्रष्टाचार में लिप्त प्राधिकरण कर्मियों से भी दो-चार होना पड़ेगा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 10:49 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 10:49 PM (IST)
नए वीसी के समक्ष अवैध निर्माण और भ्रष्ट तंत्र बना चुनौती
नए वीसी के समक्ष अवैध निर्माण और भ्रष्ट तंत्र बना चुनौती

सहारनपुर, जेएनएन। सहारनपुर विकास प्राधिकरण के नए वीसी को अवैध निर्माणों से ही नहीं बल्कि भ्रष्टाचार में लिप्त प्राधिकरण कर्मियों से भी दो-चार होना पड़ेगा। प्राधिकरण की घटती आय और कर्मचारियों की बढ़ती शोहरत के तालमेल को तोड़ पाना वीसी के लिए चुनौतीपूर्ण होगा। सहारनपुर में प्राधिकरण के अधिकारियों की मिलीभगत से दो दर्जन से अधिक अवैध कालोनियां 90 फीसद आबाद हो चुकी हैं। साथ ही साथ नजूल की बेशकीमती जगह पर भी लोगों ने कब्जा करके अपने आलीशान होटल, दुकानें और शोरूम बनाकर प्राधिकरण को चपत लगाई है।

अपने गठन के बाद से ही सहारनपुर विकास प्राधिकरण पर उंगली उठती रही हैं। ऐसे में नए वीसी आशीष कुमार के लिए इसमें सुधार करना बड़ी चुनौती है। सहारनपुर का दिल कहे जाने वाले कोर्ट रोड व रेलवे रोड स्थित नजूल की भूमि पर लोगों ने कब्जा करके प्राधिकरण को चुनौती दी है। नजूल भूमि का ऐसा ही एक प्रकरण सामने आया है जिसमें हाईकोर्ट के स्टे की आड़ लेकर दो मंजिला शोरूम के निर्माण को पूरा कर अफसरों की मिलीभगत से सामान भी शिफ्ट कर लिया गया है। निर्माणकर्ता स्वयं ही प्रशासन के खिलाफ हाईकोर्ट गए और स्टे लेकर आए, कि उक्त खाली जगह पर किसी प्रकार का निर्माण न हो। परंतु अधिकारियों की मिलीभगत के चलते बेकरी के स्वामियों ने दो मंजिला शोरूम बना कर खड़ा कर दिया। प्राधिकरण के अधिकारियों ने अपनी कलम बचाने के लिए बेकरी को दो बार सील के लिए भी लिखा, परंतु अधिकारियों की जुगलबंदी के चलते बेकरी सील न हो पाई।

बताया जाता है उक्त जमीन नजूल की है और निगम ने जमीन को खाली करने का नोटिस भी स्वामियों को दिया था जिसकी आड़ में वह हाई कोर्ट चले गए और स्टे ले आए और निर्माण को पूरा कर लिया।

इससे पूर्व भी लगभग दो दर्जन से ज्यादा मामले शासन को भेजकर अधिकारियों ने अपने काम को पूरी ईमानदारी के साथ निभाया है। सहारनपुर में आए नए वीसी आशीष कुमार के सामने इस तरह की कई चुनौतियां भी होंगी।

chat bot
आपका साथी