इस्लाम में दहेज मांगने वाले लोगों की नहीं कोई जगह : गोरा
जमीयत दावतुल मुस्लिमीन के संरक्षक कारी इसहाक गोरा ने अहमदाबाद निवासी आयशा द्वारा दहेज की मांग से परेशान होकर आत्महत्या कर लिए जाने की घटना को अफसोसनाक करार दिया है। कहा है कि इस्लाम में दहेज मांगने वालों की कोई जगह नहीं है। समाज को दहेज मांगने वाले लोगों का बहिष्कार करना चाहिए।
सहारनपुर जेएनएन। जमीयत दावतुल मुस्लिमीन के संरक्षक कारी इसहाक गोरा ने अहमदाबाद निवासी आयशा द्वारा दहेज की मांग से परेशान होकर आत्महत्या कर लिए जाने की घटना को अफसोसनाक करार दिया है। कहा है कि इस्लाम में दहेज मांगने वालों की कोई जगह नहीं है। समाज को दहेज मांगने वाले लोगों का बहिष्कार करना चाहिए।
कारी इसहाक गोरा ने कहा कि एक बार फिर दहेज की मांग से परेशान होकर किसी लड़की ने मौत को गले लगाया है। अहमदाबाद की 23 साल की आयशा के साबरमती नदी में कूद कर आत्महत्या कर लेने की घटना झकझोर देने वाली है। यह पूरे समाज के लिए शर्म की बात है। कहा कि दहेज के दानवों को माफ नहीं किया जाना चाहिए। बोले कि इस्लाम में दहेज लेने वालों की कोई जगह नहीं है। दहेज मांगने वालों का पूरे समाज में खुल कर बहिष्कार होना चाहिए। दहेज जैसी बीमारी के खात्मे के लिए उलमा, समाज के जिम्मेदारों और बुद्धिजीवीयों को साथ मिलकर काम करना चाहिए।
डीजल-पेट्रोल की मूल्यवृद्धि से कारोबार चौपट होने के कगार पर
जागरण संवाददाता, सहारनपुर : सहारनपुर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की बैठक में डीजल-पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर चिता जताई गई। उद्यमियों ने कहा कि पेट्रोलियम उत्पादों की बढ़ती कीमतों से कारोबार चौपट होने की कगार पर पहुंच गया है। उत्पाद महंगे होने से उद्यमियों के सामने उन्हें बेचने की समस्या आ रही है। परिणाम स्वरूप बाजार मंदी के कगार पर है।
सहारनपुर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की दिल्ली रोड स्थित कार्यालय पर हुई बैठक में एसोसिएशन के अध्यक्ष शिवकुमार गौड ने कहा कि आम आदमी अभी तक कोरोना से उबर नहीं पाया है। कच्चे माल की कीमतें पहले से ही कई गुना बढ़ी हुई हैं। ऐसे में डीजल-पेट्रोल के दाम में वृद्धि उद्योग जगत पर कुठाराघात है। वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजीव अग्रवाल व जिला सचिव अशोक छाबड़ा ने कहा कि डीजल-पेट्रोल की बढ़ी कीमतों का असर समाज के हर वर्ग पर पड़ा है। मध्यम वर्ग के साथ-साथ उद्योग जगत भी इससे अछूता नहीं है। माल ढुलाई से लेकर औद्योगिक उपयोग तक में दिक्कत आ रही है। केंद्र सरकार को चाहिए कि बाजार की मंदी को देखते हुए तेल की बढ़ी हुई कीमतों को तुरंत वापस लिया जाए। महासचिव परमप्रीत बतरा, एवं चेयरमैन संजय मल्होत्रा, अंशुल अरोड़ा, मयंक गुप्ता, अमित गर्ग, सुनील कुमार आदि ने भी बढ़ी कीमतों को वापस लेने की मांग की है।