सब्जी उत्पादकों को नहीं मिल रहे खरीदार
बारिश के बाद मंडियों में आवक बढ़ने से सब्जी के दामों में गिरावट दर्ज की गई है। वहीं टमाटर और शिमला मिर्च की फसल को बारिश से नुकसान के चलते इनके दामों में उछाल है।
सहारनपुर जेएनएन। बारिश के बाद मंडियों में आवक बढ़ने से सब्जी के दामों में गिरावट दर्ज की गई है। वहीं, टमाटर और शिमला मिर्च की फसल को बारिश से नुकसान के चलते इनके दामों में उछाल है।
मध्यम वर्गीय सब्जी उत्पादक जयपाल, कविराज, दिनेश कुमार, नीरज कुमार, अशोक, लियाकत खान, श्याम सिंह, संदीप कुमार और ओमप्रकाश ने बताया कि वह बरसों से सब्जियां उगाते हैं। किसानों का कहना है कि शुरूआत में स्थानीय मंडियों में सब्जियों के अच्छे दाम मिल रहे थे, जबकि पैदावार बढ़ने पर किसानों ने रामपुर, गंगोह, देवबंद, थाना भवन आदि कस्बों की मंडियों में भी सप्लाई की। लेकिन बारिश के बाद से निचले खेतों में पानी भरने के कारण टमाटर व बेलदार सब्जियों को नुकसान पहुंचा है। वहीं ऊंचाई के खेत में लगी सब्जियों का उत्पादन बढ़ा है। जिसके कारण स्थानीय सब्जी मंडी में खपत से अधिक सब्जी पहुंच गई और दामों में गिरावट आ गई है। कई बार तो सब्जियों को खरीदने के लिए मंडी में खरीदार ही नहीं मिलते हैं। इससे किसानों को दिक्कत हो रही है। सब्जी आढ़ती भगत राम, काका, महावीर सैनी, सुभाष चंद जैन, मुस्तकीम मंसूरी आदि ने कहा कि कुछ किसानों को उन्होंने खेती के लिए रकम उधार दी थी, वह भी डूबने का अंदेशा है। वहीं, बड़े सब्जी उत्पादक किसान चौधरी अनिल कुमार, सैयद जफर मेहंदी, अरुणा राणा, संदीप कुमार, विक्रम सिंह कुलवंत सिंह, विनोद कुमार और बृज मोहन सिंह आदि का कहना है कि सहारनपुर, साहिबाबाद व गाजियाबाद की मंडियों में ले जाने पर यातायात आदि का खर्च बढ़ने से बचत तो कम है, लेकिन सब्जियों की खपत हो रही है। बारिश के बाद टमाटर व शिमला मिर्च की फसल को नुकसान पहुंचा, जिससे इनके दामों में उछाल आया है।
यह हैं सब्जियों के दाम
सब्जी -- मूल्य प्रति किग्रा
लौकी -- 6 रुपये
भिडी 5 रुपये
करेला 4 रुपये
हरी मिर्च 35 रुपये
कद्दू 8 रुपये
बैंगन 8 रुपये
टमाटर 40 रुपये
शिमला मिर्च 45 रुपये
तुरई 12 रुपये
नींबू 30 रुपये
अरवी 15 रुपये।