बाजार खुलते ही फिर उमड़ी भीड़़
दो दिन की साप्ताहिक बंदी के बाद सोमवार को बाजार खुले तो भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान लोग लापरवाह नजर आए। न शारीरिक दूरी का पालन नजर आया और न ही मास्क की आवश्यकता समझी गई। जो समझदार लोग मास्क लगाए घूमें वह भी इस भीड़ में खुद को बचा नहीं पा रहे थे।
सहारनपुर, जेएनएन। दो दिन की साप्ताहिक बंदी के बाद सोमवार को बाजार खुले तो भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान लोग लापरवाह नजर आए। न शारीरिक दूरी का पालन नजर आया और न ही मास्क की आवश्यकता समझी गई। जो समझदार लोग मास्क लगाए घूमें वह भी इस भीड़ में खुद को बचा नहीं पा रहे थे। बाजारों में पुलिस तो नजर आई मगर कहीं सख्ती करती नहीं दिखी। लाउडस्पीकर पर चेतावनी जरूर दी जाती रही कि यदि लापरवाही जारी रही तो सख्ती करनी पड़ेगी। इसके तहत चालान काटे जाएंगे और जुर्माना वसूला जाएगा।
दो दिन की साप्ताहिक बंदी के बाद सोमवार को बाजार खुले तो आसपास कस्बों व गांवों के व्यापारियों व दुकानदारों की खूब आवाजाही रही। इसके चलते अंबाला रोड स्थित बस स्टैंड से लेकर घंटाघर चौक तक भीड़ नजर आई। इससे भी ज्यादा भीड़ भगत सिंह मार्ग व नेहरू मार्किट में नजर आई। दुपहिया वाहन सवारों की स्थिति भी यहां रेंगकर चलने वाली रही। श्रीराम चौक से प्रताप मार्किट व नवाबगंज जाने वाले रास्तों पर भी लोगों की भारी भीड़ रही। सरदार पटेल चौक से चौधरी चरण सिंह चौक तक डाक्टरों के यहां आने-जाने वाले व अन्य लोगों की भीड़ में कोई कमी नहीं आई। अधिकांश लोग मास्क लगाए नजर आए तो वहीं बहुत से लोग बिना मास्क के घूमते नजर आए। यही हाल शहर के अति भीड़भाड़ वाले बाजार मोरगंज, शहीदगंज, कक्कड़गंज का रहा। इसके अलावा बूरा बाजार, दिल्ली रोड पर भी भारी भीड़ रही, मगर कहीं पर भी पुलिस लोगों को चेताती नजर नहीं आई।
दुकानदारों को भी कराना होगा नियमों का पालन
बाजारों में दुकानदारों को पुलिस चेतावनी देते हुए दिखी। इस दौरान दुकानदारों को समझाया गया कि वह अपनी दुकान पर भीड़ न लगने दें। यदि भीड़ आती है तो वह शारीरिक दूरी का पालन कराएंगे। बिना मास्क के यदि कोई दुकान पर आता है तो उसे सामान नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा दुकानदार को अपनी दुकान पर सैनिटाइजर रखना होगा।
आटो और ई-रिक्शा में दिखी लापरवाही
सोमवार को आटो और ई-रिक्शा में सबसे ज्यादा लापरवाही दिखी। हालांकि कुछ आटो वालों के चालान काटे गए। पुलिस ने कई स्थानों पर आटो को रुकवाकर सवारियों को नीचे भी उतारा। केवल तीन सवारी को ही आगे जाने दिया गया।