नगर पंचायत ने दूसरे दिन भी चलाया सफाई अभियान
चिलकाना नगर पंचायत प्रशासन द्वारा नालों की सफाई के लिए दुकानों के आगे नाले पर अवैध रूप से डाले गये स्लैब हटाकर सफाई करने का अभियान दूसरे दिन भी जारी रहा। हालांकि पहले दिन के मुकाबले दूसरे दिन नगर पंचायत प्रशासन के तेवर नरम दिखे।
जेएनएन, सहारनपुर। चिलकाना नगर पंचायत प्रशासन द्वारा नालों की सफाई के लिए दुकानों के आगे नाले पर अवैध रूप से डाले गये स्लैब हटाकर सफाई करने का अभियान दूसरे दिन भी जारी रहा। हालांकि, पहले दिन के मुकाबले दूसरे दिन नगर पंचायत प्रशासन के तेवर नरम दिखे।
इससे पूर्व मंगलवार को नगर पंचायत द्वारा जेसीबी की मदद से नाले के ऊपर अवैध रूप से डाले गए स्लैब को जबरदस्ती हटाया गया था, जिसे लेकर दुकानदारों का गुस्सा साफ झलक रहा है। अधिशासी अधिकारी जितेंद्र राणा ने बताया कि उन्होंने व्यापारी प्रतिनिधियों की बैठक कर दुकानों के आगे किया अतिक्रमण एवं स्लैब स्वयं ही हटाने की अपील की थी, उसके बावजूद स्लैब नहीं हटाए गए। इसी कारण नाले की सफाई के लिए अवरोध जेसीबी की मदद से हटाए गए। पिछले सप्ताह नालों की सफाई कार्य के निरीक्षण को आए एसडीएम सदर अनिल कुमार ने बस स्टैंड के आसपास की दुकानों के आगे अवैध रूप से डाले गए स्लैब हटाकर दोबारा सफाई करने के निर्देश दिए थे। इस बीच बस स्टैंड के पास नाले की सफाई का अभियान दूसरे दिन भी जारी रहा। अधिशासी अधिकारी जितेंद्र राणा ने कहा कि नालों की सफाई होने तक अभियान आगे भी जारी रहेगा।
बढ़ रही उमस भरी गर्मी, बारिश और बिजली बनी परेशानी
गंगोह। लगातार बढ़ रही उमस भरी गर्मी से लोग हलकान हैं। बिजली आपूर्ति ने भी लोगों को परेशान कर दिया है, जिस कारण लोगों को चैन नहीं मिल रहा है। मौसम लगातार लोगों को परेशान कर रहा है। पिछले माह तक मौसम ठंडा बना रहा, लेकिन इस माह में गर्मी उफान की तरफ चल पड़ी है। पिछले एक सप्ताह से उमस भरी गर्मी अपना असर दिखा रही है, जिस कारण लोगों को न तो दिन में चेन है और न ही रात को आराम। इस समय किसान भी धान की रोपाई करने लगे हैं, जिसके लिए उन्हें खेत में पानी की आवश्यकता है, लेकिन बारिश न होने के कारण अन्य साधनों से पानी का इंतजाम करना पड़ रहा है। गर्मी बढ़ने के साथ ही बिजली आपूर्ति भी आंख दिखाने लगी है। लोगों को आपूर्ति शेडयूल के हिसाब से नहीं मिल पा रही है। निर्धारित समय के अलावा अन्य कारणों से भी आपूर्ति बंद रहती है। इसका असर जहां आम जनजीवन पर पड़ रहा है, वहीं खेत की सिचाई भी किसान को महंगे दामों पर करनी पड़ रही है। आसमान में रोज बादल आ रहे हैं तथा बिना बारिश के ही वापस लौट रहे हैं।