जगत का कल्याण करती हैं मां कालरात्रि: स्वामी कालेंद्रानंद
महाशक्ति पीठ वैष्णवी महाकाली मंदिर में नवरात्र पूजन में स्वामी कालेंद्रानंद महाराज ने कहा कि मां कालरात्रि असुरों का संहार कर जगत का कल्याण करती हैं। जगत में समस्त चराचर मां भगवती की ही संतान हैं। इस मौके पर देवी भजनों और जयकारों से वातावरण भक्तिमय हो गया।
सहारनपुर, जेएनएन। महाशक्ति पीठ वैष्णवी महाकाली मंदिर में नवरात्र पूजन में स्वामी कालेंद्रानंद महाराज ने कहा कि मां कालरात्रि असुरों का संहार कर जगत का कल्याण करती हैं। जगत में समस्त चराचर मां भगवती की ही संतान हैं। इस मौके पर देवी भजनों और जयकारों से वातावरण भक्तिमय हो गया।
राधा विहार स्थित मंदिर में श्री रामकृष्ण विवेकानंद संस्थान के तत्वावधान में आयोजित नवरात्रि पूजा में मां कालरात्रि का महाकाली सहत्रनाम स्त्रोत से एवं लाल चंदन से महास्नान किया गया। मां भगवती कालरात्रि को भोग अर्पण कर महाआरती की गई। स्वामी कालेंद्रानंद महाराज ने कहा कि कालरात्रि अर्थात काल जिनके अधीन है, वही कालरात्रि है। सृष्टि का सृजन पालन एवं संहार मां काली के ही वश में है। वे साकार और निराकर रूप में परा और अपरा महाशक्ति है। उन्होंने कहा कि मां कालरात्रि की सात्विक पूजा जीव को घोर संकटों से बचाकर कल्याणी भावन से जीवका कल्याण करती है। इस अवसर पर अरुण स्वामी, आचार्य अजित शर्मा, पं.नीरज मिश्रा, पं. योगेश तिवारी, पं.ऋषभ शर्मा, सुचेता, बाला, कमलेश, बबीता आदि मौजूद रहे।
बेहट रोड स्थित सिद्धपीठ श्री बालाजी धाम में मां कालरात्रि की पूजा की गई। धाम के संस्थापक अतुल जोशी महाराज ने भक्तों के कल्याणार्थ कोरोना महामारी से जगत की रक्षा हेतु मां भगवती से प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि मां कालरात्रि की उपासना भक्तों के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करती है। वहीं चंद्र नगर स्थित श्री शिव शक्ति मंदिर में पं.विपिन थपलियान ने मां कालरात्रि की पूजा-अर्चना की। उन्होंने कहा कि मां की आराधना से भक्तों के संकट दूर होते है और परिवार में समृद्धि आती है।