यूरिया को लेकर मची मारामारी, खाद नहीं मिली तो एमडी-स्टाफ से मारपीट

यूरिया खाद को लेकर जिले में मारामारी मची हुई है। यूरिया नहीं मिलने से किसान परेशान हैं। सहकारी समितियों पर जहां भी यूरिया आने की सूचना किसानों को मिल रही है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 11:19 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 11:19 PM (IST)
यूरिया को लेकर मची मारामारी, खाद नहीं मिली तो एमडी-स्टाफ से मारपीट
यूरिया को लेकर मची मारामारी, खाद नहीं मिली तो एमडी-स्टाफ से मारपीट

सहारनपुर, जेएनएन। यूरिया खाद को लेकर जिले में मारामारी मची हुई है। यूरिया नहीं मिलने से किसान परेशान हैं। सहकारी समितियों पर, जहां भी यूरिया आने की सूचना किसानों को मिल रही है। वहीं किसान खाद लेने तेजी के साथ पहुंच जाते हैं। गंगोह की किसान सेवा सहकारी समिति सांगाठेड़ा महंगी में तो खाद लेने दो युवकों पहुंचे दो युवकों ने प्रबंध निदेशक व स्टाफ के साथ कहासुनी के बाद मारपीट कर दी।

इसके बाद प्रबंध निदेशक ने आरोपित दोनों युवकों के खिलाफ गाली गलौज, मारपीट व तमंचे के बल पर खाद बिक्री के हजारों रुपये लूटने की तहरीर दी। साथ ही कोतवाली प्रभारी व जिलाधिकारी से मामले में कार्रवाई करने की मांग की है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढी कीमतें अहम वजह

खाद की कमी की एक वजह अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी आसमान छूती कीमतें हैं। इस वजह से उर्वरक की कीमत और सप्लाई प्रभावित हुई है। इसका असर भारत में उर्वरक के आयात पर भी पड़ा है। डिमांड और सप्लाई में गैप और कम आयात की वजह से देश में डीएपी की कमी का संकट पैदा हो गया है। डीएपी में नाइट्रोजन, अमोनिया और फॉस्फोरस रहता है, जो कि फसलों के लिए प्राइमरी न्यूट्रिएंट्स हैं। डीएपी की कमी को देखते हुए किसानों को डीएपी का दूसरा विकल्प इस्तेमाल करने की सलाह दी जा रही है।

महंगी: सांगाठेडा समिति पर खाद लेने आए दो युवकों ने एमडी व स्टाफ के साथ मारपाीट कर दी। प्रबंध निदेशक अंकुर शर्मा ने तीतरों थाने व जिलाधिकारी को पत्र देकर बताया कि मंगलवार को दोपहर 12 बजे में स्टाफ के साथ समिति के कार्य मे व्यस्त था। इसी बीच महंगी के दो युवक तमंचा हाथों में लिये कार्यालय में घुस गए और और स्टाफ के साथ गाली गलौज करते हुए खाद की बिक्री के रखे 44500 रुपये लूट लिए। साथ ही सरकारी रिकॉर्ड को फाड़ डाला। अंकुर शर्मा ने बताया कि पूर्व में भी कार्यालय के खाद प्रभारी को धमकी दी थी। थाना प्रभारी बृजेश कुमार शर्मा कहना कि तहरीर मिली है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

गंगोह: मंगलवार को गंगोह कोतवाली के सामने स्थित सहकारी बीज भंडार पर यूरिया आने की सूचना पर वहां किसानों की भीड़ लग गई। सेठपाल, महताब, साजिद, कुलजीत सिंह आदि किसानों का कहना है कि सोसायटी पर आधार कार्ड को देखकर मात्र दो बैग ही दिए जा रहे हैं, जो ना काफी हैं।

बड़गांव: इस समय गेहूूं की बुआई जोरों पर है। बुआई के लिए किसानों को डीएपी नहीं रही है। इस समय गेहूूं की अगेती फसल में कोर देने की जरूरत है, लेकिन क्षेत्र की किसान सेवा सहकारी समिति बडगांव, मिर्जापुर व मियानगी पर कभी यूरिया नही तो कभी डीएपी नहीं मिल रही है। किसान समरसिंह, ब्रहमजीत, राजकुमार का कहना है कि यूरिया व डीएपी की किल्लत किसानों की गेहूूं की फसल को नुकसान करती दिख रही है।

जडौदापांडा: क्षेत्र के किसान सतीश भगत, सुरेंद्र, मुनेश त्यागी, महेश मास्टर, मांगेराम, यशवीर, बिजेंदर, पूर्व प्रधान विनोद, ग्राम प्रधान दिलबाग, जितेंद्र, चरण सिंह आदि का कहना है कि तीन दिन से किसान सेवा सहकारी समिति मोरा में यूरिया नहीं है।

मुजफ्फराबाद: क्षेत्र की अनवरपुर बरौली व मुरादनगर जीवाला समिति पर इन दिनों यूरिया का संकट बना हुआ है। पहले बुआई के समय डीएपी की भारी किल्लत रही थी अब कोर (बुआई के पहले पानी) के लिए यूरिया संकट खड़ा हो गया है। बरौली समिति पर तो इस रबी सीजन में डीएपी व यूरिया की मात्र एक एक गाड़ी आई है। किसान आनंद प्रकाश, दर्शन लाल, सोनू, प्रदीप आदि ने खाद की किल्लत से निजात दिलाने की मांग की है ।

इनका कहना है.

खाद की कोई किल्लत नहीं है। सोमवार की रात को रैक लग गई है। मंगलवार को समितियों पर खाद पहुंच गया है। बुधवार से सभी समितियों पर खाद का वितरण शुरू होगा।

विजय प्रकाश वर्मा, एआर सहारनपुर मंडल।

chat bot
आपका साथी