मानकी-मिरगपुर मार्ग खस्ताहाल, ग्रामीण परेशान

देवबंद के मानकी मंदिर से मिरगपुर जाने वाला मार्ग खस्ताहाल हालत में है जिसके चलते ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर क्षतिग्रस्त मार्ग का निर्माण कराए जाने की मांग की।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 11:05 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 11:05 PM (IST)
मानकी-मिरगपुर मार्ग खस्ताहाल, ग्रामीण परेशान
मानकी-मिरगपुर मार्ग खस्ताहाल, ग्रामीण परेशान

सहारनपुर, जेएनएन। देवबंद के मानकी मंदिर से मिरगपुर जाने वाला मार्ग खस्ताहाल हालत में है, जिसके चलते ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर क्षतिग्रस्त मार्ग का निर्माण कराए जाने की मांग की।

गुरुवार को मानकी के पूर्व प्रधान मुंतजिर के नेतृत्व में ग्रामीणों ने सड़क निर्माण की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का कहना था कि मानकी से मिगरपुर तक करीब डेढ़ किमी. का मार्ग दिवंगत सांसद मुनव्वर हसन के प्रयासों से वर्ष 2005 में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत बनवाया गया था। यह मार्ग लंबे समय से मार्ग क्षतिग्रस्त पड़ा है। जिसके चलते हल्की बारिश में भी यह सड़क तालाब का रूप ले लेती है। सड़क पर जलभराव होने से ग्रामीणों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है। उन्होंने सरकार से सड़क की शीघ्र मरम्मत कराने की मांग की। प्रदर्शनकारियों में नियाज राणा, मुस्तकीम प्रमुख, नदीम अहमद, भूरा मलिक, मासूम अली, नगमा बेगम, मोहम्मद हुसैन आदि शामिल थे। उधर, सपा के पूर्व जिला महामंत्री सिकंदर ने सांसद हाजी फजलुर्रहमान को पत्र लिखकर मानकी मंदिर से मिरगपुर जाने वाले खस्ताहाल मार्ग का निर्माण करवाए जाने की मांग की है।

पृथक प्रदेश निर्माण से ही पश्चिम का विकास संभव : भगत सिह

देवबंद : पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि छोटे-छोटे राज्यों के निर्माण से ही देश की उन्नति संभव है। पश्चिम के विकास के लिए 26 जिलों को मिलाकर अलग से पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण किया जाना चाहिए।

गुरुवार को गांव मानकी में आयोजित बैठक में भगत सिंह वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश दुनिया का सबसे बड़ा राज्य है। जिसके चलते यहां गरीबी, महंगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी चरम पर है। उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा पश्चिम क्षेत्र की उपेक्षा किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 26 जिले सरकार को 80 फीसदी राजस्व देते हैं। इसके बावजूद पश्चिमी क्षेत्र विकास, शिक्षा व चिकित्सा सुविधाओं में पिछड़ा हुआ है। हाजी सुलेमान ने कहा कि पश्चिम प्रदेश की 8 करोड़ जनता की उन्नति के लिए पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण जरूरी है। प्रदेश महामंत्री आसिम मलिक, शमीम प्रधान, मोहम्मद जुबैर, अब्दुल वाहिद, मुन्ना, इकराम, वसीम, फारुक, कादिर, दीपक वर्मा, रविद्र प्रधान, हरपाल सिंह, नरेश कुमार आदि मौजूद रहे।

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