नवरात्र में मंगल कलश घट स्थापना, ज्योत प्रज्जवलित

चैत्र नवरात्र के पहले दिन मंदिरों और घरों में देवी की विशेष पूजा-अर्चना की गई। विधि-विधान से मंगल कलश घट स्थापना के साथ ही पूजा-पाठ आरंभ हो गए। मंदिरों की साज-सज्जा देखते ही बनती थी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 11:10 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 11:10 PM (IST)
नवरात्र में मंगल कलश घट स्थापना, ज्योत प्रज्जवलित
नवरात्र में मंगल कलश घट स्थापना, ज्योत प्रज्जवलित

सहारनपुर, जेएनएन। चैत्र नवरात्र के पहले दिन मंदिरों और घरों में देवी की विशेष पूजा-अर्चना की गई। विधि-विधान से मंगल कलश घट स्थापना के साथ ही पूजा-पाठ आरंभ हो गए। मंदिरों की साज-सज्जा देखते ही बनती थी। कोरोना के चलते मंदिरों में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या कम रही। मंदिर समितियों द्वारा कोरोना गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए श्रद्धालुओं को दर्शन कराए।

मंगलवार को चैत्र नवरात्र आरंभ हो गए। सुबह से ही घर-घर और मंदिरों में विधिविधान से विशेष पूजा-अर्चना की गई। आवास विकास के श्री हरि मंदिर में 251 ज्योत प्रज्जवलित की गई। श्रद्धालुओं ने बारी-बारी से पूजा अर्चना कर आर्शीवाद लिया। देवी के भजनों से पूरा वातावरण धर्ममय हो रहा था। प्राचीन सिद्धपीठ श्री भूतेश्वर महादेव मंदिर, श्री बागेश्वर महादेव मंदिर, श्री विश्रामपुरी भैरव मंदिर अंबाला रोड पर श्रद्धालुओं ने देवी के दर्शन कर मन्नत मांगी। विश्रामपुरी मंदिर के मुख्य पुजारी पं.धर्मानंद बहुगुणा व पं.धीरज उनियाल ने पूजा-अर्चना कराई। राधा विहार स्थित महाशक्ति पीठ वैष्णवी महाकाली मंदिर में श्री रामकृष्ण विवेकानंद संस्थान के तत्वावधान में आयोजित चैत्र नवरात्र पूजा महोत्सव में मां भगवती के मंगल कलश विधिविधान से मंत्रोचारण कर स्थापना की गई। महाभोग अर्पण कर मां भगवती की 108 ज्योत प्रज्जवलित की गई। स्वामी कालेंद्रानंद महराज ने भक्तों के साथ आरती उतारी। उन्होंने कोरोना महामारी से मुक्ति को प्रार्थना भी कराई। इस अवसर पर अरुण स्वामी, आचार्य अजित शर्मा, पं.नीरज मिश्रा, पं.ऋषभ शर्मा, मेहरचंद जैन, उमा, गीता, बाला, सुचेता, कमला, बबीता आदि थे।

संवाद सहयोगी, गंगोह: नगर के पीठ बाजार स्थित काली मंदिर, भुवनेश्वरी पंचायती मंदिर, महादेव कुटी, ककराली स्थित देवी मंदिर, नव दुर्गा मंदिर व राम बाग स्थित देवी मंदिर के अलावा वैष्णों देवी धाम में सुबह से ही श्रद्धालु आने लगे थे। माता वैष्णों धाम में रोजाना गाइड लाइन का पालन करते हुए माता का गुणगान होगा। यहां गरबे का भी कार्यक्रम आयोजित होगा। 20 अप्रैल को हवन व कन्या पूजन होगा। सभी मंदिरों में संध्या के समय महाआरती का आयोजन होगा। महलतला स्थित महिला कीर्तन भवन में अखंड कीर्तन होगा।

नानौता :देवबंद रोड, गंगोह रोड, नगर सहित विभिन्न गांवों में श्रद्धालुओं द्वारा व्रत रखकर मां शैलपुत्री का पूजन तथा आराधना कर मंगलकामना की मनोकामना की। पं. सोनू शर्मा ने बताया कि मान्यता है कि नवरात्र के प्रथम दिन मां दुर्गा के शैलपुत्री स्वरूप की पूजा की जाती है।

chat bot
आपका साथी