तनाव रखें दूर, पौष्टिक आहार लेकर बढ़ाएं इम्यूनिटी : डा. दीपक

कोरोना को हराना है तो तनाव नहीं लेना है। तनाव जो लेगा उसकी इम्यूनिटी पर असर पड़ेगा। शहर के प्रसिद्ध डाक्टर दीपक बंसल का कहना है कि तनाव को दूर भगाने के लिए रोजाना एक्सरसाइज करें। योग करें। इसके अलावा इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए खट्टे फलों और हरी सब्जी का प्रयोग करें।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 06:49 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 06:49 PM (IST)
तनाव रखें दूर, पौष्टिक आहार लेकर बढ़ाएं इम्यूनिटी : डा. दीपक
तनाव रखें दूर, पौष्टिक आहार लेकर बढ़ाएं इम्यूनिटी : डा. दीपक

सहारनपुर, जेएनएन। कोरोना को हराना है तो तनाव नहीं लेना है। तनाव जो लेगा, उसकी इम्यूनिटी पर असर पड़ेगा। शहर के प्रसिद्ध डाक्टर दीपक बंसल का कहना है कि तनाव को दूर भगाने के लिए रोजाना एक्सरसाइज करें। योग करें। इसके अलावा इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए खट्टे फलों और हरी सब्जी का प्रयोग करें।

डा. दीपक बंसल का कहना है कि कोरोना को हराने के लिए मजबूत इम्यूनिटी का होना बेहद जरूरी है। यदि कमजोर इम्यूनिटी होगी तो रोग जल्दी ठीक नहीं होगा। इसलिए सुबह के समय एक्सरसाइज करने के बाद रात में भीगे हुए देसी चने और दलिया खाएं। इसके अलावा संतरा, अनानास, कीवी, मौसमी आदि फलों का सेवन करें। दोपहर के खाने में हरी सब्जी के अलावा एक दाल लें। चावल भी ले सकते हैं। रात के खाने के बाद हल्दी वाला दूध ले सकते हैं। हल्दी के दूध में कई रोगों को मारने की क्षमता होती है। डा. का कहना है कि खुद का बचाव करने के लिए नियमों का पालन भी जरूरी है। इसलिए शारीरिक दूरी अपनाएं। बिना मास्क के अपने घर से बाहर न निकलें। नियमित रूप से हाथों को धोते रहें। करीब 30 सैकेंड तक साबुन से हाथ धोने चाहिए। बाजार आदि भीड़भाड़ वाले स्थान पर जाए तो हाथों में ग्लब्स का प्रयोग करें।

खुद को बचाते हुए युवती ने की मां की देखभाल

जागरण संवाददाता, सहारनपुर : जिस परिवार का सदस्य कोरोना पाजिटिव हो जाता है। उस परिवार के उस सदस्य के लिए खुद को बचाना चुनौती होता है जिसे पाजिटिव सदस्य की देखभाल करनी होती है। हालांकि जिले के लोग समझदारी के साथ अपने परिवार के सदस्य की देखभाल कर रहे हैं और खुद को भी कोरोना से बचा रहे हैं। ऐसे ही मिशन कंपाउंड की एक रिटायर अध्यापिका की भी उनकी बेटी ने खुद को बचाते हुए देखभाल की।

मिशन कंपाउंड निवासी विमला देवी पेश से सरकारी टीचर थी। वह करीब एक साल पहले रिटायर हुई हैं। उनकी बेटी दिल्ली में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही है। एक माह पूर्व अध्यापिका पाजिटिव हो गई, जिसके बाद दिल्ली से उनकी बेटी पूनम देखभाल करने के लिए आ गई। पूनम ने बताया कि उसने मां को तीन दिन के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया। चौथे दिन उनकी छुट्टी हो गई। इसके बाद उसने अपने घर पर ही मां की देखभाल की। कमरा अलग कर दिया। कमरे में जब भी पूनम दवाइयां, खाना आदि सामान लेकर जाती थी तो हाथों में ग्लब्स पहनती थी। इसके अलावा सुबह और शाम के समय गर्म पानी से स्नान करती थी। सैनिटाइजर का प्रयोग करती थी। घर में 24 घंटे में से 16 घंटे मास्क का प्रयोग करती थी। करीब 20 दिन के बाद मां की रिपोर्ट निगेटिव आ गई। अब पूनम की मां पूरी तरह से ठीक हैं।

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