चुनाव में जीत को बूथ मजबूत करना जरुरी : संजय भाटिया

हरियाणा के जिला करनाल से भाजपा सांसद एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय भाटिया ने कहा कि विधानसभा चुनाव के लिए हमें अभी से तैयारी करनी होगी। इसके लिए शक्ति केंद्र संयोजक व शक्ति केंद्र प्रभारी को साथ लेकर बूथ को मजबूत करना है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 10:31 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 10:31 PM (IST)
चुनाव में जीत को बूथ मजबूत करना जरुरी : संजय भाटिया
चुनाव में जीत को बूथ मजबूत करना जरुरी : संजय भाटिया

सहारनपुर, जेएनएन। हरियाणा के जिला करनाल से भाजपा सांसद एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय भाटिया ने कहा कि विधानसभा चुनाव के लिए हमें अभी से तैयारी करनी होगी। इसके लिए शक्ति केंद्र संयोजक व शक्ति केंद्र प्रभारी को साथ लेकर बूथ को मजबूत करना है।

करनाल से भाजपा सांसद एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय भाटिया का सोमवार को सहारनपुर पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया।

इसके बाद भारतीय जनता पार्टी दिल्ली रोड पा‌र्श्वनाथ सिटी पर आयोजित बैठक में जिला पदाधिकारियों, मोर्चा के अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष, मंडल प्रभारियों की बैठक ली। सांसद संजय भाटिया ने जिले के सभी कार्यकर्ताओं को आगामी चुनाव के बारे में कई अहम जानकारियां दी जिससे आने वाले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी विजय परचम लहरा सके। इस अवसर पर सांसद भाटिया के साथ जिला प्रभारी देवेंद्र कुमार शर्मा, जिला अध्यक्ष डा. महेंद्र सैनी, जिला महामंत्री पवन सवई, राधेश्याम शर्मा ,वीरेंद्र पुंडीर ,विजेंद्र जिला उपाध्यक्ष यशवंत राणा, सत्यपाल, सोनेंद्र राणा ,अजीत राणा, जितेंद्र जागलान, जिला मंत्री सोहन मुखिया, विपिन भारती ,सारिका वालिया, संजय राणा, जिला मीडिया प्रभारी विपिन चौधरी आदि उपस्थित रहे।

राजस्व विभाग ने हटाया अतिक्रमण

संवाद सहयोगी, गंगोह : राजस्व टीम ने पुलिस बल के साथ मिलकर दो जगह से अतिक्रमण हटवा दिया। दो चकरोड व एक बनी हुई दुकान का भी कब्जा हटवाया गया। सोमवार को नायब तहसीलदार अजब सिंह राणा के नेतृत्व में कानूनगो संजय सिंह और लेखपाल कुमार पाराशर ने पुलिस बल को साथ लेकर शोभित विश्वविद्यालय रोड पर स्थित गंगोह मजबता ग्राम समाज की जमीन पर बनी दुकान व घेर को जेसीबी की सहायता से गिरा दिया। जबकि गंगोह खालसा रकबे में दो चकरोड पर लंबे समय से अतिक्रमण था। जिसमें से गन्ना व धान की फसल को कटवा कर चकरोड को भी कब्जा मुक्त कर दिया गया है। दोनों चकरोड़ों के कब्जा मुक्त होने से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।

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