जल संरक्षण को बढ़ी जागरूकता, निखर गया तालाब
तीतरो नगर में तालाबों का सिमटता आकार जल संरक्षण में बड़ी बाधा बन जा रहा था। जल संरक्षण को बढ़ी जागरूकता के चलते जब एक तालाब को नगर पंचायत ने नागरिकों के सहयोग से अतिक्रमण मुक्त कर जल को सहेजा तो बारिश के बहने वाली अतिरिक्त जल से तालाब लबालब हो गया।
सहारनपुर, जेएनएन। तीतरो नगर में तालाबों का सिमटता आकार जल संरक्षण में बड़ी बाधा बन जा रहा था। जल संरक्षण को बढ़ी जागरूकता के चलते जब एक तालाब को नगर पंचायत ने नागरिकों के सहयोग से अतिक्रमण मुक्त कर जल को सहेजा तो बारिश के बहने वाली अतिरिक्त जल से तालाब लबालब हो गया।
जल ही जीवन है, जिन्दगी का यह मूलमंत्र धीरे धीरे अब सब की समझ में आने लगा है, जब से क्षेत्र में तालाबों का अतिक्रमण कर उन पर रिहायशी बस्तियां बसने लगी तो वर्षा के जल संचय के अभाव में भूमिगत जल स्तर गिरने लगा, हालात यहां तक पहुंचे की यह क्षेत्र अब डार्कजोन घोषित किया जा चुका है।
तालाबों पर अतिक्रमण के चलते नगर के तीन तालाब सफाई और संरक्षण के अभाव में पूरी तरह से सूख गए। यही दशा जब गढ़ी बस स्टैंड वाले तालाब की होने लगी तो कुछ नागरिकों के सहयोग से नगर पंचायत ने इसके पक्के किनारे बनवाएं, जिससे अतिक्रमण पर लगाम लगाकर इसके अस्तित्व को समाप्त होने से बचाया जा सका।
नगर से निकलने वाले उस क्षेत्र के नालों को इस से जोड़ कर टंकियों और नल आदि के बेकार पानी को सहजने का काम किया है, जिससे लगभग 30 बीघा क्षेत्र का यह तालाब अब पूरे वर्ष पानी से लबालब है।
.. इनका कहना है
नगर के बंदर वाले तालाब की जल्द खुदाई कराकर उसे ठीक कराया जायेगा। कर्णताल तालाब का सुंदरीकरण कर सतीवाले तालाब में पानी सहेजा जाएगा।
मनोज कुमार, अध्यक्ष नगर पंचायत तीतरो। गढ़ी वाले तालाब में बस्ती की तरफ दीवार का निर्माण कराने को 30 लाख का प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है जिसे इसे अतिक्रमण से बचाया जा सके।
अलकेंद्र सिंह, अधिशासी अधिकारी