प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी तो पास नहीं आएगी बीमारी : डा. शुभम बंसल
कोरोना को मात देने के लिए इम्यूनिटी का बेहतर होना बेहद जरूरी है। यह हर डाक्टर अपनी सलाह में कहते हैं। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए रोजाना एक्सरसाइज का करना भी बेहद जरूरी है। योग भी कारगर है। होम्योपैथिक चिकित्सक डा. शुभम बंसल का कहना है कि एक्सरसाइज करने से खून का दौरा बेहतर रहता है जिससे इम्यूनिटी को मजबूती मिलती है।
सहारनपुर, जेएनएन। कोरोना को मात देने के लिए इम्यूनिटी का बेहतर होना बेहद जरूरी है। यह हर डाक्टर अपनी सलाह में कहते हैं। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए रोजाना एक्सरसाइज का करना भी बेहद जरूरी है। योग भी कारगर है। होम्योपैथिक चिकित्सक डा. शुभम बंसल का कहना है कि एक्सरसाइज करने से खून का दौरा बेहतर रहता है, जिससे इम्यूनिटी को मजबूती मिलती है।
डा. शुभम बंसल का कहना है कि मेहनत करने वाले लोगों की इम्यूनिटी खुद ही मजबूत हो जाती है। जो लोग खेतों में काम करते हैं, मजदूरी करते हैं, उनकी इम्यूनिटी मजबूत हो जाती है। शहर में काम करने वाले अधिकतर लोगों की इम्यूनिटी कमजोर होती है। इसलिए ऐसे लोगों को सुबह और शाम के समय कम से कम एक घंटा एक्सरसाइज करनी चाहिए। शरीर से पसीना निकालना चाहिए। इसके अलावा योग भी करना चाहिए। सुबह के समय लोग नाश्ते में गेहूं, जौ का दलिया ले सकते हैं। इसके साथ दूध भी ले सकते हैं। दिन में कम से कम तीन बार नींबू पानी का सेवन करें। खट्टे फल खाएं। खाने में हरी सब्जी का अधिक प्रयोग करें। रात के खाने के बाद हल्दी वाला दूध पीएं। डा. का कहना है कि कोरोना में होम्योपैथिक उपचार भी कारगर है। इसलिए अपने डाक्टर की सलाह से होम्योपैथिक उपचार भी लिया जा सकता है।
पाजिटिव मां का खुद को बचाते हुए रखा ख्याल
जागरण संवाददाता, सहारनपुर : कोरोना पाजिटिव की जो भी देखभाल करता है, उसके लिए खुद को बचाना चुनौती होता है। शहर की हकीकत नगर कालोनी के रहने वाले 12वीं के छात्र सोनू ने अपनी मां की देखभाल की। सोनू ने करीब 20 दिन तक अपनी कोरोना पाजिटिव मां की देखभाल की। इस दौरान उसने सावधानीपूर्वक अपनी मां को भी बचाया और खुद को भी संक्रमण से बचाकर रखा।
हकीकत नगर निवासी सोनू ने बताया कि वह शहर के एक निजी कालेज में 12वीं का छात्र है। उसकी मां शंकुतला देवी बुटीक चलाती हैं। सोनू का कहना है कि करीब एक माह पूर्व मां को बुखार हुआ, जिसके बाद उसने मां का कोरोना टेस्ट कराया। रिपोर्ट पाजिटिव आ गई। सोनू के पिता बाहर होने के कारण मां की देखभाल सोनू को ही करनी पड़ी। इस दौरान सोनू ने मां को तीन दिन के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया। चौथे दिन छुट्टी होने पर मां को घर ले आया। घर में ही मां का ख्याल रखा। सोनू कहता है कि जब वह मां के कमरे में जाता था तो ग्लब्स और मास्क का प्रयोग करता था। मां के कपड़े तक सोनू ने धोए। गर्म पानी में कपड़े धोना और गर्म पानी पीना नियमित रूप से रखा। सैनिटाइजर का इस्तेमाल किया। अब सोनू की मां एकदम ठीक हैं। सोनू ने भी अपना टेस्ट कराया तो उसकी भी रिपोर्ट निगेटिव आई।