जी का जंजाल बने थे तालाब, सफाई हुई तो अब टहलने आते हैं लोग
सरसावा में गिरते भूजल स्तर एवं जल संकट से निपटने को कस्बे व आसपास क्षेत्र में तालाबों की सफाई का काम भी बखूबी किया जा रहा है।
सहारनपुर, जेएनएन। सरसावा में गिरते भूजल स्तर एवं जल संकट से निपटने को कस्बे व आसपास क्षेत्र में तालाबों की सफाई का काम भी बखूबी किया जा रहा है। घटते जलस्तर को देख अब तालाबों की अहमियत भी लोगों को समझ आने लगी है।
गंदगी से अटे ऐसे ही एक तालाब को नगर पालिका परिषद द्वारा 45 लाख की लागत से खुदाई कराकर उसका सुंदरीकरण कराया गया है। तालाब की सफाई से आसपास कालोनी के लोगों ने भी राहत की सांस ली है। अब लोग तालाब किनारे टहलने आते हैं।
टीचर कालोनी स्थिति तालाब बरसात में चोक होकर ओवरफ्लो हो जाता है, जिससे लोगों का जीवन नारकीय हो गया था, परंतु सफाई के बाद अब यहीं तालाब आसपास कालोनियों की शोभा बढ़ा रहा है। तालाब का साफ पानी जीव जंतु व पशुओं के लिए वरदान बना है। सुबह शाम पक्षी चहचहाकर अठखेलियां करते नजर आते हैं।
वर्धमान कालोनी के अंतर्गत करीब पांच बीघा क्षेत्रफल में फैले तालाब की खोदाई सफाई नहीं होने से यहां गंदगी फैली थी। लोगों ने पालिका परिषद का ध्यान इसकी ओर दिलाया। वर्ष 2017-18 में उक्त समस्या को पालिका परिषद ने गंभीरता लिया और करीब 45 लाख रुपये की लागत से खोदाई व सफाई कराई। जिसके बाद 2020 में इसका सुंदरीकरण भी कराया। चाहरदीवारी भी कराई ताकि पानी के साधन इनलेट, आउटलेट तकनीकी कार्य तथा लोगों के भ्रमण के लिए सुविधा हो सके। लोगों के लिए तालाब किनारे बैठने की व्यवस्था हो। इसके लिए यहां पेड़ लगाए गए।
नगर पालिका अध्यक्ष बिजेन्द्र मोगा ने बताया की तालाब के सुंदरीकरण में करीब 45 लाख खर्च किए गए। मोहल्ला रामनगर व रायपुर रोड माजरी पर तालाब की खोदाई और सफाई का प्रस्ताव भी शासन को भेजा गया है। भेजा गया बजट स्वीकृति हो चुका है। जल्दी तीन तालाबों पर खोदाई और साफ-सफाई शुरू करा दी जाएगी।