गुरुनानक देव के 552 वें प्रकाश पर्व पर निकाला भव्य नगर कीर्तन

गुरुनानक देव जी के 552 वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में गुरुद्वारा गुरु नानक दरबार के तत्वावधान में जागृति यात्रा निकाली गई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Nov 2021 07:41 PM (IST) Updated:Mon, 22 Nov 2021 07:41 PM (IST)
गुरुनानक देव के 552 वें प्रकाश पर्व पर निकाला भव्य नगर कीर्तन
गुरुनानक देव के 552 वें प्रकाश पर्व पर निकाला भव्य नगर कीर्तन

सहारनपुर, जेएनएन। गुरुनानक देव जी के 552 वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में गुरुद्वारा गुरु नानक दरबार प्रेम नगर भागूवाला के तत्वाधान में नगर कीर्तन व जागृति यात्रा निकाली गयी। यह यात्रा शाकंभरी मार्ग से होते हुए बेहट पहुंची और यहां से बिजली घर के पास गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा पर अरदास के साथ संपन्न हुई।

गुरुनानक देव जी के 552 वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में सोमवार को गुरुद्वारा गुरु नानक दरबार प्रेम नगर भागूवाला के मुख्य सेवादार भाई विजय सिंह की अगुवाई में नगर कीर्तन निकाला गया। इस अवसर पर प्रेमनगर से शुरू हुई भव्य जागृति यात्रा जसमोर चुहड़पुर कला व बेलका माफी को होते हुए बेहट पहुंची। यहां शाकंभरी चौक पर सेवादारों ने शस्त्र विद्या में अपनी निपुणता का परिचय दिया।

इसके बाद गांधी चौक को होते हुए यह यात्रा गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा चकराता रोड पर पहुंची और यहां अरदास के साथ संपन्न हुई। इस अवसर पर पंजाब के सरहिद से शस्त्र विद्या में निपुण सेवादार, लुधियाना के पाइप बैंड, पांवटा साहिब से गुरु ग्रंथ साहिब की पालकी व पंजप्यारे की मौजूदगी ने नगर कीर्तन व जागृति यात्रा की शोभा बढ़ाई। इस अवसर पर मनप्रीत सिंह अशोक चुघ, अमरजीत सिंह, राकेश गाबा, संजीव कर्णवाल, सुनील राजदेव व जितेंद्र सिंह आदि भी रहे।

वार्षिकोत्सव में छात्र-छात्राओं ने दिखाए योग के हैरतगेंज करतब

संवाद सूत्र, बड़गांव : आर्य समाज दल्हेड़ी के 22 वें वार्षिकोत्सव के दो दिवसीय कार्यक्रम में हरियाणा व उत्तराखंड से आए विद्वानों ने प्रवचन व भजन प्रस्तुत किये। इस दौरान स्कूल के छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये और योग के हैरतगेंज करतबों का प्रदर्शन किया।

दो दिवसीय कार्यक्रम के समापन अवसर पर आचार्य संदीप ने कहा कि प्राचीन परंपरा, भारतीय सभ्यता व संस्कृति, जैमिनी संस्कृति आज के विषैले वातावरण में लुप्त हो चली है। इनकी रक्षा का आप हम सब का दायित्व है। उन्होंने कहा कि लालच इच्जत को खा जाता है। सत्य ग्रहण व असत्य छोड़ने के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए। आज के युग में हर कोई अपने को सच्चा साबित करता है, लेकिन सत्य व न्याय का आचरण करने वाला ही धार्मिक कहलाता है। इससे पूर्व स्कूल के छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये व योग का प्रदर्शन किया। आर्य समाज दल्हेड़ी के संचालक रणवीर आर्य, मा महक सिंह सहित आस पास के मियानगी, चंदपुर, जडौदा सहित कई गांवों के ब्रहमचारी मौजूद रहे।

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