महर्षि वाल्मीकि की जयंती पर होंगे भव्य आयोजन : सीडीओ

मुख्य विकास अधिकारी विजय कुमार ने कहा कि 20 अक्टूबर को महर्षि वाल्मीकि जयंती का आयोजन जिला मुख्यालय से लेकर ब्लाक स्तर तक किया जाएगा। इसकी तैयारी की जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 08:08 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 08:08 PM (IST)
महर्षि वाल्मीकि की जयंती पर होंगे भव्य आयोजन : सीडीओ
महर्षि वाल्मीकि की जयंती पर होंगे भव्य आयोजन : सीडीओ

सहारनपुर, जेएनएन। मुख्य विकास अधिकारी विजय कुमार ने कहा कि 20 अक्टूबर को महर्षि वाल्मीकि जयंती का आयोजन जिला, तहसील तथा विकास खंड स्तर पर भव्यता के साथ मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि वाल्मीकि रामायण में निहित मानव मूल्यों, सामाजिक मूल्यों व राष्ट्र मूल्यों से जनमानस को जोड़ने के लिए महर्षि वाल्मीकि से संबंधित मंदिरों आदि पर दीप प्रज्ज्वलन के साथ-साथ अनवरत 08, 12 या 24 घंटे का वाल्मीकि रामायण का पाठ भी कराया जाए। इस अवसर पर जिन विभागों को जो जिम्मेदारी दी गई है, उसे समय से पूरा कर लें। यह भी निर्देश दिए कि इस अवसर पर मंदिरों की साफ-सफाई और प्रकाश व्यवस्था को दुरुस्त कर लिया जाए।

मुख्य विकास अधिकारी विजय कुमार विकास भवन सभागार में महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम की रूपरेखा की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने समस्त बीडीओ को संबंधितों के साथ बैठक करने के निर्देश देते हुए कहा कि उक्त कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जाये।

मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि चयनित मंदिरों एवं स्थलों पर कलाकारों, भजन गायकों के नाम, पते एवं मोबाइल नंबर उपलब्ध कराने के साथ ही चयनित मंदिरों पर नामित नोडल उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि निर्धारित कार्यक्रम को समयबद्ध रूप से कार्यवाही सुनिश्चित करने के साथ ही अपेक्षित विवरण समय से उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।

शोभायात्रा निकाली

जागरण संवाददाता, सहारनपुर: रोहित विहार कालोनी स्थित शिव मंदिर में चल रहे मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा यज्ञ के अंतर्गत भव्य शोभायात्रा निकाली गई।

सोमवार को रोहित विहार शिव मंदिर से पंडित आशीष कुकरेती के निर्देशन में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के लिए भव्य शोभायात्रा आरंभ हुई। मार्ग में कई स्थानों पर शोभायात्रा का स्वागत किया गया।

पंडित आशीष कुकरेती ने बताया कि 20 अक्टूबर को मंदिर में मूर्ति स्थापना कर भंडारे का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान आचार्य शैलेंद्र कलियाल, पंडित शिवम भटट, पंडित देवाशीष, पं.भगवती प्रसाद कोठियाल, पंडित संजय कोठियाल, अशोक कोठियाल, स्वराज सिंह, मगन सिंह, विनोद सोलंकी, उपेंद्र, गोविदर शर्मा, तुषार शर्मा, अरविद शर्मा, मोनू, संदीप, ईशू, सुधा धीमान आदि शामिल रहे।

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