शुल्क की रसीद काटकर धन एकत्रित करने पर रोष
रामपुर मनिहारान में प्रगतिशील सैनी सभा ब्लाक की बैठक ब्लॉक अध्यक्ष नाथीराम सैनी के निवास पर संपन्न हुई जिसमें 26 सितंबर के जनपद स्तरीय राजनीतिक हस्तक्षेप से हुए प्रगतिशील सैनी सभा के चुनाव पर विचार विमर्श किया गया सैनी सभा के पदाधिकारियों के चयन मनोनयन को फर्जी करार दिया गया।
सहारनपुर, जेएनएन। रामपुर मनिहारान में प्रगतिशील सैनी सभा ब्लाक की बैठक ब्लॉक अध्यक्ष नाथीराम सैनी के निवास पर संपन्न हुई जिसमें 26 सितंबर के जनपद स्तरीय राजनीतिक हस्तक्षेप से हुए प्रगतिशील सैनी सभा के चुनाव पर विचार विमर्श किया गया सैनी सभा के पदाधिकारियों के चयन मनोनयन को फर्जी करार दिया गया। समाज के विघटन कराने में राजनैतिक हस्तक्षेप को समाज के लिए भविष्य में हानिकारक बताते हुए उपस्थित सदस्यों ने चुनाव प्रक्रिया पर असहमति प्रकट की, ओर कर्म सिंह व पूर्व मंत्री मांगेराम पर लोगों से संरक्षक शुल्क व आजीवन सदस्यों से शुल्क की रसीद काट कर भारी मात्रा में धन एकत्रित कर सैनी सभा के कोस में जमा न करने व अनियमितता पर भी रोष प्रकट किया गया। बैठक में ब्लॉक अध्यक्ष नाथीराम सैनी ने कहा समाज के लोगों को अपनी ताकत का एकजुट होकर परिचय देना बैठक मे पदम सिंह,चाहिए। बैठक में मांगेराम, बबली ,अशोक, पृथ्वी सिंह आदि समाज के लोग मौजूद रहे।
स्वास्थ्य कैंप में बुखार पीड़ितों की जांच कर दी दवा
बेहट: क्षेत्र में बुखार का प्रकोप कस्बे सहित ग्रामीण क्षेत्र में बढ़ता जा रहा है। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. नितिन कदवाल ने बताया कि जिस गांव से ज्यादा बुखार फैलने की सूचना मिलती है। वहां तत्काल कैंप लगाया जाता है। इसी क्रम में गांव हीराहेड़ी में भी मंगलवार को स्वास्थ्य कैंप लगाकर बुखार की चपेट में आए लोगों की जांच कर दवाईयां दी गई।
गौरतलब है कि क्षेत्र में बुखार का इतना प्रकोप है कि पीड़ित नीम हकीमों के यहां जाने को मजबूर है। सरकार की स्वास्थ सेवाएं ऐसी स्थिति में नाकाफी साबित हो रही है। गांव हीराहेड़ी का ही उदाहरण दें तो वहां बुखार ने पूरी तरह पैर फैला रखे हैं। गांव का शायद ही कोई ऐसा परिवार हो जिस घर से किसी सदस्य को बुखार न हुआ हो। गांव के राजकुमार ने समस्या बढ़ती देख मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की थी। प्रभारी चिकित्साधिकारी ने बताया कि क्षेत्र में प्रतिदिन कैंप लगाए जा रहे हैं। जिस गांव से बुखार के ज्यादा प्रकोप की सूचना मिलती है। वहां प्राथमिकता से कैंप लगाकर जांच एवं दवाएं देने का काम किया जाता है।