फर्नीचर व्यापारी ने फांसी लगाकर आत्म्हत्या की
शहर कोतवाली क्षेत्र के बोमंजी रोड पर रहने वाले एक फर्नीचर व्यापारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
सहारनपुर, जेएनएन। शहर कोतवाली क्षेत्र के बोमंजी रोड पर रहने वाले एक फर्नीचर व्यापारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शव दुकान के अंदर ही लटका मिला।
33 वर्षीय सनमीत सिंह उर्फ प्रिस पुत्र गुरुचरण सिंह फर्नीचर का कारोबार करते थे। प्रिस की दुकान के ऊपर ही मकान है। शहर कोतवाली प्रभारी पंकज पंत ने बताया कि प्रिस के पिता और मा का निधन हो चुका है। तीनों बहनों की शादी हो चुकी है। प्रिस मकान में अकेला ही रहता था। अभी उसकी शादी भी नहीं हुई थी। बुधवार को जब प्रिस की दुकान नहीं खुली तो उसके पड़ोसी चाचा टीटू ने दुकान के समीप जाकर देखा तो शटर अंदर से बंद था। जब चाचा ने शटर उठाया तो प्रिस का शव फंदे पर लटका हुआ था। इंस्पेक्टर का कहना है कि अभी आत्महत्या के कारण स्पष्ट नहीं हुए हैं। जांच की जा रही है। शव पोस्टमार्टम के बाद परिवार के लोगों को सौंप दिया गया।
रणखंडी में पुलिस ने चलाया नशा मुक्ति अभियान, नशे के दुष्प्रभाव बताए
देवबंद : पुलिस महकमे द्वारा रणखंडी गांव में बुधवार को नशा मुक्ति अभियान के तहत रैली एवं गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें नशे के दुष्प्रभाव बताते हुए लोगों से नशे का त्याग करने और नशा कारोबारियों के चिन्हीकरण को पुलिस का सहयोग करने का आह्वान ग्रामीणों से किया गया।
सीओ रजनीश उपाध्याय और प्रभारी निरीक्षक अशोक सोलंकी के नेतृत्व में चलाए गए अभियान के दौरान कहा गया कि नशा शरीर एवं मानसिक शक्ति को कमजोर करने के साथ-साथ व्यक्ति को आर्थिक रूप से खोखला कर देता है। इसलिए नशा कारोबारियों एवं नशाखोरी के खिलाफ प्रभावी अंकुश लगना जरूरी है। ग्रामीणों को बताया गया कि घर में शराब पीने वाले व्यक्तियों की वजह से परिवार का संतुलन खराब हो जाता है। घर एवं समाज का संतुलन बनाए रखने के लिए लोगों को नशे से दूर रहना चाहिए। सीओ रजनीश उपाध्याय ने चेताया कि नशे का कारोबार करने वाले लोगों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। प्रभारी निरीक्षक अशोक सोलंकी ने ग्रामीणों से आह््वान किया कि वह नशे का कारोबार करने वाले व्यक्ति की सूचना तुरंत पुलिस को दें। जिससे कि उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई अमल में लाई जा सके। जानकारी देने वाले व्यक्ति की पहचान गुप्त रखी जाएगी। उन्होंने नशा मुक्ति के लिए जागरूकता पैदा करने के लिए जागरूक लोगों की एक कमेटी का गठन किए जाने का भी आह्वान किया। इस दौरान काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।