नियमों का करें पालन, बढ़ाएं इम्यूनिटी : डा. दिग्विजय सिंह
कोरोना को हराने के लिए प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना भी बेहद जरूरी है। शहर के प्रसिद्व डा. दिग्विजय सिंह का कहना है कि जिन लोगों की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है वह लोग हर बीमारी के वायरस का जल्दी शिकार होते हैं। कोरोना भी कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों पर जल्दी असर करता है। इसलिए प्रतिरोधक क्षमता बढ़ानी चाहिए।
सहारनपुर, जेएनएन। कोरोना को हराने के लिए प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना भी बेहद जरूरी है। शहर के प्रसिद्व डा. दिग्विजय सिंह का कहना है कि जिन लोगों की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है वह लोग हर बीमारी के वायरस का जल्दी शिकार होते हैं। कोरोना भी कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों पर जल्दी असर करता है। इसलिए प्रतिरोधक क्षमता बढ़ानी चाहिए।
डा. दिग्विजय सिंह का कहना है कि कोरोना से बचाव के लिए सबसे बेहतर है कि वह प्रदेश सरकार के नियमों का पालन करें। वर्तमान में लाकडाउन चल रहा है। लोग लाकडाउन में अपने घर से बाहर न निकलें। यदि मजबूरी में किसी जरूरत के लिए घर से बाहर निकलना भी पड़ रहा है तो वह मास्क लगाएं। शारीरिक दूरी को अपनाएं। उन्होंने बताया कि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए खट्टे फल खाएं। जैसे संतरा, नींबू, अनानास, कीवी। वहीं, सुबह और शाम के समय एक्सरसाइज भी करें। एक्सरसाइज करने से शरीर में खून की गति तेज हो जाती है। रात को सोने से पहले दूध जरूर पीएं। वहीं, खाने मे विटामिन-सी और पोषक तत्व जरूर लें। दिन में तीन बार गर्म पानी जरूर पीएं। ठंडी बाहर की चीजीं से परहेज करें। आइसक्रीम, रसमलाई आदि चीजों से दूर रहे।
कोरोना महामारी से मुक्ति को महारूद्राभिषेक
जागरण संवाददाता, सहारनपुर :
महाशक्ति पीठ वैष्णवी महाकाली मंदिर में कोरोना महामारी से मुक्ति के लिए औघड़दानी नर्मदेश्वर महारूद्राभिषेक किया गया। सर्वजन के कल्याण की कामना के लिए आठ पहर के महारूद्राभिषेक में महादेव का रूद्रापाठ एवं महामृत्युंजय मंत्र से महाअभिषेक किया।
शुक्रवार को राधा विहार स्थित मंदिर में श्री रामकृष्ण विवेकानंद संस्थान के तत्वावधान में स्वामी कालेंद्रांनद महाराज के सानिध्य में महारूद्राभिषेक किया गया, इसके बाद औघड़दानी नर्मदेश्वर महादेव को भोग अर्पण कर महाआरती उतारी गई। महाअभिषेक पूजा से विश्राम दिया गया। स्वामी कालेंद्रानंद महाराज ने कहा कि कोरोना महामारी भयावह रूप से जनमानस के लिए एक विकट संकट खड़ा होता जा रहा है, जिससे चारों और त्राहि-त्राहि मच रही है। महादेव ने ही समुद्र मंथन के समय काल कूट विषपान कर सभी देवों एवं जन मानस की रक्षा की थी। उन्होंने कहा कि शिव या उनकी शक्ति ही संसार को इस भयावह संकट से मुक्त कर सकती है। इस अवसर पर आचार्य अजित शर्मा, पं.नीरज मिश्रा, पं.योगेश तिवारी, पं.ऋषभ शर्मा, पं.वासुदेव, नरेश चंदेल आदि मौजूद रहे।