मास्क नहीं लगाने पर राशन विक्रेता पर तीन हजार का लगाया जुर्माना

नकुड़ में एसडीएम हिमांशु नागपाल ने बगैर मास्क लगाए कार्ड धारकों को राशन वितरण करने पर राशन विक्रेता पर तीन हजार रुपये का जुर्माना लगाते हुए भविष्य ऐसी गलती मिलने पर लाइसेंस निरस्त करने की चेतावनी दी है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 06:08 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 06:08 PM (IST)
मास्क नहीं लगाने पर राशन विक्रेता पर तीन हजार का लगाया जुर्माना
मास्क नहीं लगाने पर राशन विक्रेता पर तीन हजार का लगाया जुर्माना

सहारनपुर, जेएनएन। नकुड़ में एसडीएम हिमांशु नागपाल ने बगैर मास्क लगाए कार्ड धारकों को राशन वितरण करने पर राशन विक्रेता पर तीन हजार रुपये का जुर्माना लगाते हुए भविष्य ऐसी गलती मिलने पर लाइसेंस निरस्त करने की चेतावनी दी है। एसडीएम की कार्रवाई से राशन विक्रेताओं में हड़कंप मचा है।

मंगलवार की दोपहर करीब ग्यारह बजे एसडीएम हिमांशु नागपाल मुंह पर गमछा लपेट कर कार्ड धारक बनकर बाइक से सालारपुरा राशन विक्रेता की दुकान पर पहुंच गए। वहां राशन वितरण किया जा रहा था।एसडीएम को हैरत हुई कि यहां कोविड गाइड लाइन की धच्जियां उड़ाई जा रही थी। राशन लेने वाले किसी भी सदस्य ने न ही मास्क लगाया था और ना ही सोशल डिस्टेंस का पालन किया जाएगा रहा था। एसडीएम ने राशन विक्रेता सविता देवी के प्रतिभूति राशि में तीन हजार रुपये का जुर्माना लगाया। एसडीएम ने बताया कि राशन वितरण सही पाया गया है।

संघर्ष लाया रंग, साइट खुलते ही चालू हुई गेहूं तुलाई

बड़गांव: किसानों का संघर्ष आखिर रंग लाया। गेहूं खरीद के लिए साइट खुलते ही मिर्जापुर सहकारी समिति अंबेहटा चांद पर दोपहर बारह बजे किसानों का गेहूं तुलना शुरू हो गया। इसी दौरान भारतीय किसान यूनियन के मंडल महासचिव चौधरी जगपाल सिंह ने छह दिन से चल रहे आंदोलन को समाप्त करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी ने समस्त गेहूं तुलवाने के लिए शासन को लिखा है। यदि किसानों का सारा गेहूं नही खरीदा गया तो दो दिन दिल्ली में चल रहे आंदोलन में शामिल होने के बाद 26जून से पुन: आंदोलन किया जाएगा। यहां शेरपाल राणा, अशोक चौहान, प्रदीप पंवार, सुरेंद्र सिंह, मोनू सहित काफी किसानों ने छह दिन चले आंदोलन में हिस्सा लिया।

उधर, आज गेहूं खरीद का आखिरी दिन होने के बाद भी मियानगी सहकारी समिति के क्रय केन्द्र पर आंदोलनरत किसानों ने तौल नही चलने दिया। कुछ किसान क्रय केन्द्र प्रभारी से सारा गेहूं खरीद करने के आशवासन देने से पहले तौल नही चलवाना चाहते थे। बाद में क्रय केन्द्र प्रभारी द्वारा लगभग दो बजे पुलिस को बुलाकर तौल चालू कराया गया। यहां संघर्ष कर रहे भाकिसं के ब्लाक अध्यक्ष सतेंद्र राणा ने कहा कि यदि किसान का एक एक दाना गेहूं नही खरीदा गया तो पुन: आंदोलन किया जायेगा। यहां जसबीर, सोमपाल, नेपाल, मनोज राणा सहित काफी किसान मौजूद रहे।

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सी-8, आधा दिन हुई तुलाई, गेहूं से लदे वाहनों की लगी लाइनें

संवाद सूत्र,बडग़ांव : सरकार द्वारा हर वर्ष लगभग एक अप्रैल से 30जून तक गेहूं की खरीद का समय दिया निर्धारित किया जाता था। इस वर्ष गेहूं की बम्पर पैदावार के बाद खरीद का समय एक अप्रैल से 15 जून कम पड़ रहा है। सरकार द्वारा 15 जून को बढ़ाकर 22जून कर दिया गया लेकिन बारदाना व गेहूं खरीद की साईट नहीं खुलने के कारण बढ़ाये गये एक सप्ताह के आखिरी दिन भी मात्र आधा दिन ही तौल हुआ है जो किसानों के लिए नाकाफी है। पिछले 15 दिनों से लाईन लगा कर संघर्ष कर रहे किसानों का सारा गेहूं आधे दिन में खरीद नहीं हो पायेगा। एमडी चंद्रपालसिंह ने बताया कि सरकार द्वारा एक दिन में अधिक से अधिक 350कुन्तल गेहूं खरीद ही की जा सकती है। उधर गेहूं खरीद को लेकर पिछले छह दिन से संघर्ष कर रहे भारतीय किसान यूनियन के मंडल अध्यक्ष चौधरी जगपाल सिंह व भारतीय किसान संघ के ब्लाक अध्यक्ष सतेंद्र राणा ने कहा कि मियानगी स्थित गेहूं क्रय केन्द्र पर अभी भी दो हजार कुंतल गेहूं से लदे वाहन लाईन में लगे खड़े हैं। मिर्जापुर स्थित गेहूं क्रय केन्द्र पर इससे भी अधिक लंबी लाईन किसानों के गेहूं लदे वाहनों की खडी है। ऐसे में सरकार ने एक सप्ताह का समय गेहूं खरीद के लिए ओर नहीं बढ़ाया तो गेहूं किसानों का जीवन निर्वाह कैसे होगा।

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