कोरोना के अलावा आम मौतों का तेजी से बढ़ा ग्राफ

जिले में जहां एक तरफ कोविड-19 से बेहाल है अनेक लोग इसके शिकार बनकर अकाल मौत के मुंह में समा रहे हैं वहीं अन्य कारणों से हो रही मौतों का ग्राफ भी तेजी से बढ़ता जा रहा है। श्मशान घाटों में पहुंचने वाले शवों में दिल आदि की बिमारियों से मरने वाली की संख्या में भारी बढोतरी दर्ज की जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 04 May 2021 11:06 PM (IST) Updated:Tue, 04 May 2021 11:06 PM (IST)
कोरोना के अलावा आम मौतों का तेजी से बढ़ा ग्राफ
कोरोना के अलावा आम मौतों का तेजी से बढ़ा ग्राफ

सहारनपुर, जेएनएन। जिले में जहां एक तरफ कोविड-19 से बेहाल है, अनेक लोग इसके शिकार बनकर अकाल मौत के मुंह में समा रहे हैं वहीं अन्य कारणों से हो रही मौतों का ग्राफ भी तेजी से बढ़ता जा रहा है। श्मशान घाटों में पहुंचने वाले शवों में दिल आदि की बिमारियों से मरने वाली की संख्या में भारी बढोतरी दर्ज की जा रही है।

सहारनपुर महानगर में चार प्रमुख श्मशान हैं। शिवपुरी, नुमाइश कैंप, हकीकत नगर व बाबा लालदास बाड़ा श्मशान शामिल हैं। अप्रैल के अंतिम पखवाड़े में कहीं 15 से 20 तथा कहीं 22 से 24 शव प्रतिदिन संस्कार के लिए लाए जा रहे थे, जिनमें कोविड शवों की संख्या अधिक थी। वहीं मई के शुरूआती दौर में कोविड शवों की संख्या में कमी आने के बाद अन्य बीमारियों से मरे लोगों के शवों की संख्या बढ़ गई है। शिवपुरी श्मशान में गत दिवस 15 शवों का अंतिम संस्कार किया गया, जिसमें 5 कोविड के थे तथा बाकि अन्य। मंगलवार को भी दोपहर बाद तक 14 शवों का संस्कार हो चुका था, जिसमें चार कोविड के तथा बाकि अन्य बीमारियों का शिकार हुए लोगों के थे। तकरीबन ऐसी ही स्थिति अन्य श्मशानों की भी है। शिवपुरी श्मशान समिति अध्यक्ष राजन अग्रवाल का कहना है कि वह पिछले 21 वर्षों से श्मशान भूमि की देखभाल कर रहे हैं, लंबे समय में कभी भी अन्य बीमारियों से मरने वालों की संख्या इतनी नहीं हुई, अब तो यह कोविड से होने वाली मौतों को भी मात कर रही है।

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खत्म नहीं हो रहा लकड़ी का अभाव

श्मशान में शवों के लिए अंतिम संस्कार के लिए लकड़ियों का अभाव खत्म नहीं हो रहा है। लाकडाउन ने समस्या अधिक बढ़ा दी है तथा लोगों को संस्कार के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। श्मशान समिति अध्यक्ष राजन अग्रवाल ने कहा कि कोविड शवों का संस्कार तो तत्काल किया जा रहा है, लेकिन अन्य को संस्कार के लिए टाइम निर्धारित किया जा रहा है। दो से तीन घंटे के बाद शवों को लाने के लिए कहा जाता है। इसके पीछे मकसद श्मशान में भीड़ एकत्र नहीं होने देना भी है।

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हिदू महासभा करा रही कोविड शवों का अंतिम संस्कार

जागरण संवाददाता सहारनपुर : अखिल भारत हिदू महासभा उन कोविड शवों का हिदू संस्कृति के अनुसार अंतिम संस्कार कराने में लगी है। महासभा के पश्चिमी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष विश सिंह कांबोज ने बताया कि हिदू महासभा पूरे वेस्ट यूपी में समाज सेवा के कार्य में लगी है तथा सहारनपुर मुजफ्फरनगर, शामली बागपत, बडौत, मेरठ तथा बरेली में हेल्प लाइन नंबर जारी कर जन-जन की सेवा कर रही है। उन्होंने बताया कि महासभा अभी तक सहारनपुर व मुजफ्फरनगर में 9 ऐसे पार्थिव शरीरों का संस्कार करा चुकी है, जिनके संस्कार से उनके परिजन तक दूरी बना रहे थे। इस कार्य में सुरेन्द्र मित्तल, सुरेन्द्र बगाती, अंशुल तोमर, दिनेश जैन, सन्नी शर्मा, मेलाराम गुर्जर, प्रवीण चौधरी, रूद्र शिवा, शिवम शर्मा, शिवि बजाज, अनिल तुली, आदि का विशेष योगदान रहा है।

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