लखीमपुर खीरी कांड का विरोध कर रहे किसान नजरबंद, ज्ञापन

लखीमपुर खीरी कांड के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर रेल रोकने के लिए सोमवार को इ कट्ठा हुए कार्यकर्ताओं ने रोककर नजरबंद कर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 08:08 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 08:08 PM (IST)
लखीमपुर खीरी कांड का विरोध कर रहे किसान नजरबंद, ज्ञापन
लखीमपुर खीरी कांड का विरोध कर रहे किसान नजरबंद, ज्ञापन

सहारनपुर, जेएनएन। लखीमपुर खीरी कांड के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर रेल रोकने के लिए सोमवार को इकट्ठा हुए भारतीय किसान यूनियन (बेदी गुट) के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोकते हुए संगठन के कार्यालय पर नजरबंद कर दिया। बाद में कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन पुलिस को सौंपा।

बेदी गुट के राष्ट्रीय महामंत्री अब्दुल कुद्दुस त्यागी के नेतृत्व में काफी संख्या में कार्यकर्ता लखीमपुर खीरी कांड समेत किसानों की अन्य मांगों को लेकर नगर स्थित संगठन के मोहल्ला खानकाह स्थित कैंप कार्यालय पर एकत्र हुए। जब वे देवबंद स्टेशन पर धरना-प्रदर्शन करने के लिए रवाना होने लगे, तभी पुलिस ने उन्हें रोकते हुए नजरबंद कर दिया। बाद में दोपहर के समय वहां मौजूद खानकाह पुलिस चौकी प्रभारी असगर अली को संगठन के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन दिया। राष्ट्रपति को संबोधित सात सूत्री ज्ञापन में लखीमपुर खीरी कांड के मुख्य आरोपी को फांसी की सजा वह गृह राज्यमंत्री को उनके पद से हटाने की मांग की गई। साथ ही नए कृषि कानून को वापस लेने, बढ़ती मंहगाई पर अंकुश लगाने, एमएसपी पर गारंटी कानून बनाए जाने, खेतों में घूमने वाले आवारा पशुओं पर अंकुश लगाने की मांग भी की गई। इस मौके पर प्रदेश महासचिव सईद अहमद त्यागी, उस्मान, अब्दुल रहमान, अब्दुल कादिर, आरिफ, दिलशाद और नौशाद आदि मौजूद रहे।

भाजपा सरकार में महंगाई

चरम पर: देवेन्द्र राणा

संवाद सूत्र, जड़ौदापांडा: क्षेत्र के कातला गंाव निवासी एव कांग्रेस के ब्लाक अध्यक्ष देवेंद्र राणा का कहना है कि भाजपा सरकार में महंगाई चरम पर है। भाजपा सरकार में पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। रसोई गैस सिलेंडरों की कीमत भी बढ़ती जा रही है। इसके कारण गृहणियां चूल्हा फूंकने को मजबूर हैं। किसान लगातार एक वर्ष से दिल्ली में धरना दे रहे हैं। भाजपा सरकार में किसान परेशान है। बकाया गन्ने के भुगतान को लेकर किसान परेशान है, लेकिन किसानों को गन्ने का भुगतान नहीं मिल रहा है। बिजली के बिलों को लेकर किसानों पर दबाव बनाया जा रहा है। भाजपा सरकार ने कृषि प्रधान देश को कुर्सी प्रधान देश बना दिया है। इसका जवाब जनता आने वाले विधान सभा चुनाव में देगी।

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