अवैध रूप से खनिज के परिवहन का खेल चल रहा देहाती रास्तों से
बेहट में यमुना नदी से अवैध खनन व परिवहन का धंधा फिर चरम पर है। अवैध परिवहन करने वाले वैसे तो अधिकतर देहात के रास्तों से ही खनिज निकाल रहे हैं।
सहारनपुर, जेएनएन। बेहट में यमुना नदी से अवैध खनन व परिवहन का धंधा फिर चरम पर है। अवैध परिवहन करने वाले वैसे तो अधिकतर देहात के रास्तों से ही खनिज निकाल रहे हैं। लेकिन क्षेत्र का उसंड़ मार्ग तो जैसे अब अवैध खनिज के परिवहनों का मुख्य रास्ता बन गया है। इस धंधे में पुलिस के कुछ कारखास भी अपना काम निकाल रहे हैं। आंकड़ों का पेट भरने के लिए खनिज से लदी एक ट्रैक्टर-ट्राली पकड़ी है। दो आरोपी भी पकड़े हैं।
गौरतलब है कि यमुना नदी से अवैध खनन व परिवहन का धंधा थमता नहीं है, कम-ज्यादा जरूर हो जाता है। पिछले तीन महीनों में यह काम बंद रहा, वैसे भी इस समायावधि में पुलिस के साथ तहसील के संग्रह अमीनों की ड्यूटी मुख्य मार्गों पर अवैध रूप से खनन के परिवहन को रोकने के लिए लगाई गई थी, लेकिन देहाती रास्तों से खनिज का अवैध परिवहन होता रहा। एक अक्टूबर से जैसे ही खनन खुला तो तस्करों ने भी अपने हाथ खोल दिए और कोतवाली के कुछ कार खास के सहारे धंधे को मंजिल तक पहुंचाना शुरू कर दिया। पुलिस ने उसंड़ रोड से अवैध रूप से खनिज ले जाते एक ट्रैक्टर-ट्राली को रोक लिया। इस ट्रैक्टर-ट्राली को ले जा रहे कलीम पुत्र सलीम गांव पठानपुरा अहतमाल तथा सोनू निवासी उसंड़ को ट्राली से कूदकर भागते हुए पकड़ा।
प्रशासन के रवैये से अधिवक्ताओं में आक्रोश
रामपुर मनिहारान: तहसील बार एसोसिएशन की बैठक में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट एसडीम की कार्यशैली के विरोध में एक माह से कार्य बहिष्कार जारी है, लेकिन शासन- प्रशासन ने इस संबंध में कोई संज्ञान नहीं लिया।
शनिवार को अधिवक्ताओं ने संपूर्ण समाधान दिवस में एडीएम को अवगत कराया कि यदि 18 अक्टूबर तक एसडीएम को नहीं हटाया गया तो वे भूख हड़ताल पर चले जाएंगे। तहसील बार एसोसिएशन की बैठक के बाद एडीएम से कहा 18 अक्टूबर तक एसडीएम का ट्रांसफर नहीं किया जाता तो समस्त अधिवक्ता मुंशी टाइपिस्ट कार्यों को बहिष्कार करेंगे तथा एक दिन की भूख हड़ताल करेंगे। अध्यक्षता अध्यक्ष चौधरी विवेक पंवार की, जबकि संचालन महासचिव मेहरबान चौधरी ने किया। बैठक में तहसील बार एसोसिएशन अध्यक्ष चौधरी विवेक पंवार, चौधरी नकली राम एडवोकेट, ठा. बालेश्वर सिंह,अनिल गुर्जर, नवीन चौधरी, ठा. जगपाल सिंह, राजबीर सिंह, सुरेंद्र सिंह, जवाहर सिंह,राकेश पंवार आदि सभी अधिवक्ता मौजूद रहे।