रासायनिक खादों की कमी के चलते किसानों को बनी परेशानी

किसानों को यूरिया आदि खाद की कमी का सामना करना पड़ रहा है। बुधवार को कालेज रोड स्थित कृषि सेवा केंद्र पर खाद लेने के लिए किसानों में मारामारी मची रही।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 10:25 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 10:25 PM (IST)
रासायनिक खादों की कमी के चलते किसानों को बनी परेशानी
रासायनिक खादों की कमी के चलते किसानों को बनी परेशानी

सहारनपुर, जेएनएन। किसानों को यूरिया आदि खाद की कमी का सामना करना पड़ रहा है। बुधवार को कालेज रोड स्थित कृषि सेवा केंद्र पर खाद लेने के लिए किसानों में मारामारी मची रही।

इस समय किसान को यूरिया के अलावा एनपीके खाद की बेहद आवश्यकता है लेकिन समुचित मात्रा में खाद उपलब्ध नहीं हो पा रही है। बुधवार को कालेज मार्ग स्थित कृषि सेवा केंद्र पर एनपीके भरी एक गाड़ी पहुंची। पता लगने के बाद किसान खाद लेने के लिए वहां उमड़ पड़े। केंद्र इंचार्ज अशोक कुमार का कहना है कि जमीन की नकल व आधार कार्ड को देखकर किसानों को दो से तीन बोरे खाद दी जा रही थी लेकिन कमी को देखते हुए संख्या को कम करना पड़ा। खाद को लेकर किसानों में बेहद नाराजगी नजर आई। किसान ऋषि पाल सिंह दुधला, शाहिद धानवा, सुरेश, हिमांशु, सिताब आदि का कहना है कि इस समय आलू, सरसों व गेहूं की बुवाई की तैयारी चल रही हैं लेकिन किसानों को पर्याप्त खाद न मिलने से किसानों की खेती पर संकट मंडरा रहा है। किसानों का कहना है कि खाद की खपत की जानकारी होने के बावजूद भी समय से व्यवस्था नहीं की जाती। समय से खेत में खाद न डाले जाने का असर उत्पादन पर पड़ता है। केंद्र प्रभारी अशोक कुमार का कहना है कि खाद आते ही वितरित कर दी जाएगी। नहीं हो सका राशन डीलर का चुनाव

बड़गांव: महेशपुर गांव में जिले से अधिकारियों के न पंहुचने के कारण राशन डीलर का न चुनाव नहीं हो सका। यह दुकान पिछले कई साल से खाली चल रही थी। विभाग द्वारा 27 अक्टूबर को गांव में राशन डीलर का चुनाव कराने की तारीख निश्चित की थी। ब्लाक नानौता से एडीओ राशिद अली व सचिव रविशकुमार चुनाव कराने को गांव में पंहुच गये थे लेकिन जिला स्तर से चुनाव कराने के लिए अधिकारियों के नही पंहुच पाने के कारण राशन डीलर का चुनाव नही हो सका। ग्राम प्रधान पति कमलसिंह ने बताया कि राशन डीलर के चुनाव के लिए चार पांच लोग प्रत्याशी के रूप में तैयार थे लेकिन अधिकारी नहीं पंहुच पाये इसलिए चुनाव नहीं हो सका।

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