बड़गांव पीएचसी पर जीएनएम नियुक्त कराने की मांग
बड़गांव में पूर्व विधायक शशीबाला पुंडीर के नेतृत्व में ग्रामीणों ने बड़गांव पीएचसी पर स्वास्थ सेवाओं को लेकर रोष जताया। उन्होंने विभाग से केंद्र पर शीघ्र ही जीएनएम नियुक्त करने की मांग की।
सहारनपुर, जेएनएन। बड़गांव में पूर्व विधायक शशीबाला पुंडीर के नेतृत्व में ग्रामीणों ने बड़गांव पीएचसी पर स्वास्थ सेवाओं को लेकर रोष जताया। उन्होंने विभाग से केंद्र पर शीघ्र ही जीएनएम नियुक्त करने की मांग की।
गुरुवार को पूर्व विधायक शशीबाला पुंडीर ने कस्बे के स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचकर लचर स्वास्थ सेवाओं पर रोष प्रकट किया। कहा कि इस क्षेत्र के बीस से भी अधिक गांव के लोगों को प्रसव के समय इधर-उधर दौड़ना पड़ता है, क्योंकि इस पीएचसी पर महिलाओं को प्रसव के दौरान कोई सुविधा नहीं है। उन्होंने शीध्र ही विभाग से बड़गांव पीएचसी पर जीएनएम नियुक्त करने की मांग की। साथ ही सीएचसी में चल रहे होम्योपैथिक चिकित्सा के लिए अलग से अस्पताल भवन बनाए जाने की मांग की। पूर्व विधायक ने कस्बे में लगे ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाने के लिए जेई से भी वार्ता की। इस दौरान शिवकुमार सिंह प्रधान नाथीराम, मुकेश, शिवकुमार, संजय, तपन शर्मा, विनोद चौहान, मोनू मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री को भेजा सुझाव पत्र
जड़ौदापांडा: थाना क्षेत्र के गांव जड़ौदापांडा स्थित बीएनडी इंटर कालेज में तैनात एनसीसी अधिकारी सुशील त्यागी ने प्रधानमंत्री को सुझाव पत्र भेजा है।
पत्र के माध्यम से कहा गया कि युवा वर्ग देश का मजबूत भविष्य है। इनके लिए स्नातक स्तर पर अन्य विषयों के साथ-साथ ब्रह्माचर्य एवं गृहस्थ जीवन को भी पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए, क्योंकि स्नातक में आने पर छात्रों की आयु विवाह के योग्य हो जाती है। विवाह के उद्देश्य से परिवार को निर्माण करना सबसे महत्व पूर्ण माना जाता है। किसी भी युवा को संतानोत्पत्ति करने के लिए कोई भी जानकारी पाठ्यक्रम में नहीं दी जाती। जिसके अभाव में छात्र संस्कारवान नहीं बन पाते। एनसीसी अधिकारी सुशील त्यागी ने प्रधानमंत्री को सुझाव पत्र भेजकर पाठ्यक्रम में ब्रह्माचर्य एवं गृहस्थ जीवन को शामिल करने की मांग की है।