बुजुर्ग दंपती ने घरेलू नुस्खे और हौसले से दी कोरोना को मात

कोरोना को मात देने के लिए हौसला सबसे बड़ी दवाई है जिसने हौसला नहीं तोड़ा वह जल्द ही ठीक हो रहा है। ऐसे कई उदाहरण सामने आ चुके हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 06:04 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 06:04 PM (IST)
बुजुर्ग दंपती ने घरेलू नुस्खे और हौसले से दी कोरोना को मात
बुजुर्ग दंपती ने घरेलू नुस्खे और हौसले से दी कोरोना को मात

सहारनपुर, जेएनएन। कोरोना को मात देने के लिए हौसला सबसे बड़ी दवाई है, जिसने हौसला नहीं तोड़ा वह जल्द ही ठीक हो रहा है। ऐसे कई उदाहरण सामने आ चुके हैं। शुक्रवार को भी हौसले के कारण नकुड़ के बिजानखेड़ी के एक बुजुर्ग दंपती ने कोरोना को मात दी है। वह कई दिन पहले पाजिटिव आए थे। शुक्रवार को दोनों पति पत्नी की रिपोर्ट निगेटिव आ गई है। वह दोनों अपने घर पर रहे और घरेलू नुस्खे के अलावा दवाईयां भी ली।

बिजानखेड़ी निवासी 72 वर्षीय चौधरी सिताब सिंह ने बताया कि कई दिन पहले उन्हें हल्का बुखार हुआ, जिसके बाद उन्होंने अपना नकुड़ अस्पताल में टेस्ट कराया। वह पाजिटिव आ गए। इसके बाद उनकी पत्नी विमला देवी का भी टेस्ट हुआ। वह भी पाजिटिव आ गई। दोनों की उम्र अधिक होने के कारण डाक्टरों ने सलाह दी कि वह मेडिकल कालेज में उपचार कराए, लेकिन उन्होंने मना कर दिया और घर पर ही उपचार लेना बेहतर समझा। जिसके बाद उन्होंने डाक्टरों की सलाह से घर पर ही दवाईयां लेना शुरू कर दिया। वहीं, घर पर रहकर तुलसी, नींबू, अदरक, काली मिर्च आदि का बनाकर काढ़ा पिया। वहीं, सात दिन की दवा भी डाक्टरों ने दी।

सिताब सिंह का कहना है कि उसने अलग कमरे में खुद को आइसोलेट कर लिया और पत्नी को अलग कमरे में कर दिया। दोनों का उनके बेटे ने ख्याल रखा। दोनों ने हौसला नहीं तोड़ा। शुक्रवार को वे बिलकुल ठीक हो गए। सिताब सिंह का कहना है कि हौसला नहीं तोड़ना चाहिए। कोरोना को हराना बेहद आसान है।

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