पंचायत भवनों के अधूरे निर्माण पर डीपीआरओ ने रोका पांच सचिव का वेतन

जला पंचायत राज अधिकारी उपेंद्र राज सिंह ने शासन की प्राथमिकता में शामिल ग्राम पंचायतों में बनने वाले पंचायत भवनों का निरीक्षण किया। विकासखंड नागल की 7 ग्राम पंचायतों में से 5 का नीव स्तर तक पाए जाने पर संबंधित ग्राम पंचायत सचिवों का माह जुलाई का वेतन रोकने के आदेश दिए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 11:02 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 11:02 PM (IST)
पंचायत भवनों के अधूरे निर्माण पर डीपीआरओ ने रोका पांच सचिव का वेतन
पंचायत भवनों के अधूरे निर्माण पर डीपीआरओ ने रोका पांच सचिव का वेतन

जेएनएन, सहारनपुर। जिला पंचायत राज अधिकारी उपेंद्र राज सिंह ने शासन की प्राथमिकता में शामिल ग्राम पंचायतों में बनने वाले पंचायत भवनों का निरीक्षण किया। विकासखंड नागल की 7 ग्राम पंचायतों में से 5 का नीव स्तर तक पाए जाने पर संबंधित ग्राम पंचायत सचिवों का माह जुलाई का वेतन रोकने के आदेश दिए। उन्होंने ग्राम प्रधानों को निर्देश दिए कि पंचायत भवनों का निर्माण हर हाल में 15 अगस्त तक करा लें अन्यथा उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

जिला पंचायत राज अधिकारी उपेंद्र राज सिंह ने बताया कि उनके द्वारा 24 जुलाई को नागल ब्लाक की ग्राम पंचायत भाटखेड़ी पंचायत भवन के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया, जिसका कार्य नींव स्तर पर पाया गया। इस संबंध में संबंधित सचिव गिरीश कुमार को कहां गया मगर उनके द्वारा कार्य में रुचि न लेने इसका कार्य पूरा नहीं हो सका, जिस कारण उनका जुलाई माह का वेतन रोकने के आदेश दिए गए। गांव मनोहरपुर-पीरड, शिवपुर, शाहपुर, दुगचाढ़ा गांव में भी पंचायत भवनों का कार्य नीव स्तर तक होने के कारण संबंधित सचिव क्रमश: देवपाल, अनिल कुमार, आदित्य, आशीष, का वेतन रोकने के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि संबंधित गांवों के प्रधानों को निर्देशित किया गया है कि वह पंचायत भवनों के निर्माण कार्य में तेजी लाएं और 15 अगस्त तक पूरा कराएं ऐसा न करने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। यूरिया खाद को लेकर मची मारा-मारी, सोसायटी में पड़ रही कमी

लखनौती। खेत में आवश्यकता के बावजूद यूरिया खाद न मिलने से किसान बेहद परेशान हैं। क्षेत्र की सभी सोसायटी में खाद की बेहद कमी बनी हुई है।

किसानों को इस समय फसल के लिए यूरिया खाद की बेहद आवश्यकता है लेकिन सोसायटियों पर यूरिया कम आने से किसान परेशान हैं। सोसायटी में यूरिया खाद आने की सूचना मिलते ही सैकडों किसान अपने वाहन लेकर वहां पहुंच जाते हैं। किसान चौ. यामीन, जहांगीर, सुलेख चंद आदि का कहना है कि सोसायटी इस और ध्यान नहीं दे रही है। एक तो बाजार में भी यूरिया नहीं है और यदि है भी तो वह महंगी है और उनका कोई भरोसा नहीं है। लखनौती सोसायटी के एमडी दारा सिंह का कहना है कि जल्दी ही यूरिया की कमी को दूर कर दिया जाएगा। भाकियू नेता बृजपाल सैनी ने आरोप लगाया कि सोसायटी के कर्मचारी किसानों को जरूरत के अनुसार खाद नहीं दे रहे है। कहा कि यदि जल्द ही सोसायटियों पर भरपूर मात्रा में यूरिया खाद उपलब्ध नहीं कराया गया तो भाकियू आंदोलन करने को मजबूर होगी।

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