्रधार्मिक स्थलों के पास ही खोले शराब के ठेके

शहर में धार्मिक स्थलों के निकट शराब के ठेके आवंटित कर दिए गए। इससे धार्मिक स्थलों पर जाने वाले भक्तों की आस्था को ठेस पहुंच रही है वहीं शराब पीकर नशे में धुत लोग भक्तों से अभद्रता करने से बाज नहीं आ रहे।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 09 Oct 2021 10:53 PM (IST) Updated:Sat, 09 Oct 2021 10:53 PM (IST)
्रधार्मिक स्थलों के पास ही खोले शराब के ठेके
्रधार्मिक स्थलों के पास ही खोले शराब के ठेके

सहारनपुर, जेएनएन। शहर में धार्मिक स्थलों के निकट शराब के ठेके आवंटित कर दिए गए। इससे धार्मिक स्थलों पर जाने वाले भक्तों की आस्था को ठेस पहुंच रही है, वहीं शराब पीकर नशे में धुत लोग भक्तों से अभद्रता करने से बाज नहीं आ रहे। ऐसी घटनाओं से आहत हिदू संगठन धार्मिक स्थलों के पास से शराब के ठेके हटाने की मांग कई बार कर चुका है, लेकिन आबकारी विभाग अपनी जिद पर है, तथा ऐसे ठेकों को हटाने के लिए कोई प्रयास नहीं कर रहा। इसे लेकर हिदू संगठनों में आक्रोश की चिगारी सुलग रही है।

दरअसल शहर में कई शराब की दुकानें ऐसे स्थान पर हैं, जहां से मंदिर समेत अन्य धार्मिक स्थल 20 से 50 मीटर की दूरी पर हैं। यहां पर शाम के समय श्रद्धालु पूजा-अर्चना करने से बचते हैं, क्योंकि यहां पर शाम होते ही शराबियों का तांता लग जाता है। महिलाएं और युवतियों का यहां से निकलना दूभर हो जाता है। इन शराब की दुकानों को दूसरे स्थान पर भेजने के लिए कई बार बजरंग दल समेत कई हिदू संगठन अधिकारियों को ज्ञापन दे चुके हैं, लेकिन आबकारी विभाग सुनने को तैयार नहीं है। शनिवार को दैनिक जागरण ने भी शहर में पड़ताल की। आइए बताते हैं कौन ठेका किस मंदिर के पास है।

दरअसल, शहर में लगभग 250 से 300 के बीच में शराब के ठेके हैं, लेकिन 10 से 12 जगह ऐसी हैं, जहां पर शराब की दुकान और मंदिर की दूरी बेहद कम है। जबकि नियम यह है कि यदि व्यवसायिक क्षेत्र में शराब की दुकान है तो मंदिर और स्कूल से दूरी 10 मीटर दूर होनी चाहिए। यदि व्यवसायिक स्थान नहीं है और आवासीय है तो दूसरी 50 मीटर होनी चाहिए। शहर में कई स्थानों पर आवासीय क्षेत्र में शराब की दुकानें है और मंदिर भी पास में ही है। यह सब जिला आबकारी विभाग की लापरवाही के कारण हो रहा है। लाइसेंस देने से पहले जिला आबकारी विभाग कभी शराब की दुकानों का निरीक्षण नहीं करता, जिस कारण शहर में यह दुकानें धड़ल्ले से चल रही हैं। बता दें कि बजरंग दल के पश्चिम उत्तर प्रदेश के प्रांत बलोपासना प्रमुख कपिल मोहड़ा ने हाल ही में जिलाधिकारी अखिलेश सिंह, जिला आबकारी अधिकारी वरुण कुमार, एसएसपी डा. एस चन्नपा आदि अधिकारियों को ज्ञापन देकर इन शराब की दुकानों को हटाने की मांग की थी, ताकि अनहोनी होने से बच जाए। मंदिर के पास मीट की भी दुकानें

बजरंग दल के पदाधिकारी कपिल मोहड़ा का कहना है कि शराब की दुकानें ही नहीं, शहर में कई स्थानों पर मंदिर के पास मीट की दुकानें भी खोल दी गई हैं, जिनका वह काफी समय से विरोध करते हुए आ रहे हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। यहां-यहां पर हैं मंदिर के पास शराब की दुकानें

शहर के सर्किट हाउस जाने वाले शहीद निशांत शर्मा मार्ग पर मंदिर के पास, खलासी लाइन, शारदानगर पुल के समीप, देहरादून चौक, घंटाघर चौक, रेलवे स्टेशन के समीप, हिम्मतनगर, जेल चुंगी आदि स्थानों पर मंदिर के पास शराब के ठेके खोले गए हैं। जबकि दो साल पहले तक यहां पर शराब के ठेके नहीं हुआ करते थे, जबकि मंदिर बरसों से बने हुए हैं। --

व्यवसायिक क्षेत्र है तो 10 मीटर की दूरी पर भी शराब की दुकान हो सकती हैं। यदि व्यवसायिक नहीं है तो 50 मीटर की दूरी पर शराब की दुकान होनी चाहिए। स्कूल के लिए भी यही नियम है। यदि शराब की दुकानों के मालिक इस नियम को पूरा नहीं कर रहे हैं तो जांच की जाएगी। जांच के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

-वरुण कुमार, जिला आबकारी अधिकारी।

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