बिना डर व दबाव के कार्य करें न्यायिक अधिकारी: सिन्हा

सहारनपुर मंडल में तीन जिलों के न्यायिक अधिकारियों की कार्यशाला में प्रशासनिक न्यायमूर्ति ने न्यायिक अधिकारियों को बिना दबाव और पक्षपात के न्यायिक कार्य करने की सलाह दी। साथ ही यह भी कहा कि अगर न्यायिक व्यवस्था से लोगों का विश्वास उठा तो यह सभी के लिए घातक होगा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Aug 2019 11:17 PM (IST) Updated:Sun, 25 Aug 2019 11:17 PM (IST)
बिना डर व दबाव के कार्य करें न्यायिक अधिकारी: सिन्हा
बिना डर व दबाव के कार्य करें न्यायिक अधिकारी: सिन्हा

सहारनपुर, जेएनएन : सहारनपुर मंडल में तीन जिलों के न्यायिक अधिकारियों की कार्यशाला में प्रशासनिक न्यायमूर्ति ने न्यायिक अधिकारियों को बिना दबाव और पक्षपात के न्यायिक कार्य करने की सलाह दी। साथ ही यह भी कहा कि अगर न्यायिक व्यवस्था से लोगों का विश्वास उठा तो यह सभी के लिए घातक होगा।

रविवार सुबह मंडल के तीन जनपदों सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली के न्यायिक अधिकारी सर्किट हाउस में एकत्रित हुए और इन्हें इलाहाबाद से आए प्रशासनिक न्यायमूर्ति राकेश सिन्हा तथा ट्रेनिग इंचार्ज यशवंत वर्मा पुणे ने वर्तमान न्याय की व्यवस्था का पाठ पढ़ाया। साथ ही बताया कि न्याय प्रणाली से ही वर्तमान में व्यवस्थाएं चुस्त-दुरुस्त हैं। आम आदमी का विश्वास न्यायपालिका में बना रहे इसके लिए न्यायिक अधिकारियों को बिना डर दबाव और पक्षपात के कार्य करना होगा। दीवानी और फौजदारी के विभिन्न पहलुओं पर बात करते हुए बताया कि यदि अस्थाई निषेधाज्ञा देना आवश्यक है तो वादी का पक्ष सुन कर दी जाए। इसी प्रकार यदि फौजदारी में 156-3 के अंतर्गत प्रार्थना पत्र पर सुनवाई के बाद मजिस्ट्रेट को लगे कि मामला उचित है तो तुरंत पीड़ित पक्ष को सहायता मिलनी चाहिएा। यदि ऐसा न हुआ तो लोगों का न्यायपालिका पर से विश्वास उठ जाएगा। वहीं न्यायिक अधिकारियों को वर्तमान में उत्पन्न हुई परिस्थितियों की जानकारी देने के बाद प्रशासनिक न्यायमूर्ति राकेश सिन्हा ने यह भी स्पष्ट किया कि न्यायपालिका जनता की सुविधा के लिए है। यहां किसी के साथ अन्याय होना गलत होगा। इस अवसर पर तीनों जनपदों के जिला जज व उनके सहयोगी उपस्थित रहे।

सहारनपुर बार के अधिवक्ता प्रशासनिक न्यायाधीश से मिले

संसू, सहारनपुर : सहारनपुर अधिवक्ता एसोसिएशन के अध्यक्ष आदित्य अंगीरस की अगुवाई में वकीलों का प्रतिनिधिमंडल प्रशासनिक न्यायमूर्ति राकेश सिन्हा से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें कचहरी में आने वाली दिन प्रतिदिन की दिक्कतों से अवगत कराया। बताया कि किस प्रकार अधिकारी मन बनाकर या धारा को देखकर निर्णय ले रहे हैं। अंगीरस ने बताया कि प्रशासनिक न्यायमूर्ति ने उनकी बात को सुना और कहा कि यह सही नहीं है। न्यायाधीश को परिस्थिति और घटना के दृष्टांत के हिसाब से निर्णय लेना चाहिए। बताया की उन्होंने अदालतों में होने वाली अनियमितताओं के बारे में प्रशासनिक न्यायमूर्ति का ध्यान आकर्षित किया। जिस पर न्यायमू‌र््ित सिन्हा ने उन्हें किसी भी समय मामले की जानकारी देने के लिए सहमति दी। इस अवसर पर अध्यक्ष आदित्य अंगीरस के साथ महासचिव आदित्य सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता रणधीर सिंह, सिद्धार्थ शंकर त्यागी, अशोक पुंडीर आदि उपस्थित रहे।

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