कोरोना से निपटने को कराएं गांवों की साफ सफाई
डीएम अखिलेश सिंह ने नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों के नाम पत्र जारी कर उनसे अपनी ग्राम पंचायत को समृद्ध करने जनता की समस्याओं को निस्तारित कराने व जनता को खुशहाल रखने के लिए कुछ सुझाव दिए हैं।
सहारनपुर, जेएनएन। डीएम अखिलेश सिंह ने नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों के नाम पत्र जारी कर उनसे अपनी ग्राम पंचायत को समृद्ध करने, जनता की समस्याओं को निस्तारित कराने व जनता को खुशहाल रखने के लिए कुछ सुझाव दिए हैं।
जिला पंचायत राज अधिकारी उपेंद्र राज सिंह ने बताया कि ग्राम प्रधानों के नाम जारी डीएम के पत्र में वर्तमान में वैश्विक महामारी कोरोना से निपटने के लिए संक्रमितों की रक्षा करने, निगरानी समिति को पल्स आक्सीमीटर थर्मामीटर व सैनिटाइजर आदि उपलब्ध कराना, स्वयं भी कोरोना टीकाकरण कराकर जनसामान्य को प्रेरित करना। ग्राम पंचायत की सभी गलियां नाले / नालियों, मोहल्ले की साफ-सफाई व सैनिटाइजेशन कराना तथा नाले एवं नालियों से निकलने वाले सिल्ट का गांव के बाहर गढ्डा खोदकर निस्तारण कराना एवं गांव के सभी व्यक्तियों को मास्क लगाने, हाथ बार-बार धोने के लिए प्रेरित करने के लिए कहा गया है।
स्मार्ट विलेज के रूप में विकसित करें
डीएम ने ग्राम प्रधानों से कहा कि वे अपने गांव को स्मार्ट विलेज के रूप में विकसित करें। इसके लिए ग्राम पंचायत के पंचायत घर को सचिवालय के रूप में विकसित कराएं, जहां से ग्राम के लोगों का जन्म प्रमाण-पत्र मृत्यु प्रमाण-पत्र आनलाइन आवेदन करने की सुविधा हो और उसमें जनसेवा केंद्र की स्थापना भी हो। ग्राम पंचायत में बाहर महानगरों (दिल्ली, मुम्बई आदि) से आने जाने वाले व्यक्तियों को चिन्हित कराना और उनकी जांच कराएं।
तालाबों का सौंदर्यीकरण कराएं
डीएम ने कहा कि मनरेगा योजना से जल संरक्षण के लिए तालाबों का जीर्णोद्धार, मछली पालन तथा तालाबों के किनारे पौधारोपण कराएं इसके अतिरिक्त वर्षा से पूर्व वर्षा जल संचयन के लिए सार्वजनिक भवनों पर वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगवाएं। ग्राम पंचायतों में बच्चों के लिए मनरेगा/ वित्त आयोग के कन्वर्जेन्स से खेल के मैदान विकसित कराएं। प्रवासी श्रमिकों व मनरेगा श्रमिकों को गांव में कार्य देकर पलायन रोकना। पर्यावरण की शुद्धता के लिए पीपल, बरगद तथा नीम आदि के पौधों का पौधारोपण कराना। महिलाओं के विकास और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना। सार्वजनिक राशन वितरण व्यवस्था के अन्तर्गत कोटेदारों के माध्यम से राशन को समुचित राशन दिलाएं। आदि कार्य कराकर अपने गांव को समार्ट विलेज बनाएं।