कोरोना संक्रमण से बचाव को किये मास्क व सैनिटाइजर वितरित

रामपुर मनिहारान में शनिवार को नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन प्रदीप चौधरी ने कस्बे के दिल्ली रोड शहरीपुर मुख्य चौराहे देवबंद रोड पर लोगों को मास्क व सैनिटाइजर वितरित किए और उन्होंने लोगों से कोरोना को लेकर शासन प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन के पालन करने की अपील की गई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 07:28 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 07:28 PM (IST)
कोरोना संक्रमण से बचाव को किये मास्क व सैनिटाइजर वितरित
कोरोना संक्रमण से बचाव को किये मास्क व सैनिटाइजर वितरित

सहारनपुर, जेएनएन। रामपुर मनिहारान में शनिवार को नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन प्रदीप चौधरी ने कस्बे के दिल्ली रोड शहरीपुर ,मुख्य चौराहे, देवबंद रोड पर लोगों को मास्क व सैनिटाइजर वितरित किए और उन्होंने लोगों से कोरोना को लेकर शासन प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन के पालन करने की अपील की गई।

प्रदीप चौधरी ने कहा आज पूरा देश कोरोना वायरस की लड़ाई लड़ रहा है लेकिन इस लड़ाई से हम तभी सफल होंगे जब हम जागरूक होंगे सभी लोग जागरूक होकर इस बीमारी वायरस का मुकाबला करें। उन्होंने कहा हम जागरूक होंगे तभी इस वायरस का डटकर मुकाबला करेंगे। इस दौरान शारीरिक दूरी का पालन करते हुए शुभम चौधरी राजकिशोर आदि मौजूद रहे।

गांव दूधला में ग्रामीण गंदे पानी से गुजरने को मजबूर

महंगी: ग्राम दुधला की सरकार बेशक बदल गई हो, लेकिन गांव में जनसमस्या आज भी ज्यों की त्यों ही खड़ी है, जिसके चलते ग्रामीणों को गंदे पानी के बीच से होकर गुजरना पड़ रहा है।

गंदा पानी लोगों की परेशानी का सबब बना हुआ है बावजूद। इसके वजीरपुर मार्ग पर गांव के नजदीक 37 बीघे का तालाब हैं, जिस पर कुछ लोगों ने बताया कि अतिक्रमण भी किया हुआ। अगर वहां पानी निकासी कर दी जाए तो यह समस्या जड़ से ही खत्म हो जाएगी। ग्रामीणों भंवर सिंह, मामचंद, बबलू, नीटू पवन ने बताया कि यह गांव का मुख्य रास्ता है। यहीं से कारगिल शहीद राजेश बैरागी के गांव जेहरा सहित कई गांव की जोड़ता है। गांव के बीच मे तालाब हैं, जो ओवर फ्लो रहता है। मुख्य रास्ता होने से किसानों को अपनी फसल ले जाने के लिए भी पापड़ बेलने पड़ते है। ग्रामीणों ने बरसात से पहले

ग्रामीणों ने प्रशासन से समस्या का समाधान कराने की मांग की है। पूर्व ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि महक सिंह ने बताया कि गांव की सड़क पर भरा पानी की समस्या को दूर करने के लिए तालाब में निकासी का प्रयास किया गया था, लेकिन कुछ लोगों के विरोध के कारण यह नहीं हो पाया। अब समस्या का हल प्रशासनिकस्तर से ही कराया जाएगा।

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