चिकित्सकों पर हो रहे हमलों के विरोध में आइएमए का प्रदर्शन
देश में डाक्टरों पर लगातार बढ़ रहे हमलों के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने देशव्यापी आंदोलन के तहत शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को दिया।
सहारनपुर, जेएनएन। देश में डाक्टरों पर लगातार बढ़ रहे हमलों के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने देशव्यापी आंदोलन के तहत शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को दिया।
दोपहर दो बजे के बाद सभी चिकित्सक आईएमए हाल में एकत्रित हुए, जिसके बाद काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। आमजन को कोई समस्या नहीं हो। इसीलिए ओपीडी और इमरजेंसी सेवाएं सुचारू रूप से चलती रहीं।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन सहारनपुर के जिलाध्यक्ष डा. मनदीप सिंह ने बताया कि चिकित्सकों पर हो रहे हमलों के विरोध में सहारनपुर के सभी डाक्टर आज विरोध दिवस मना रहे हैं। देश के आईएमए अध्यक्ष जेए जयालाल के आदेश पर यह दिन मनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि डाक्टरों पर लगातार हमले हो रहे हैं। जबकि कोरोना में लोगों की रक्षा करते हुए 724 डाक्टरों की मौत हो चुकी है। इन सभी चिकित्सकों को श्रद्धाजंली देने के साथ ही प्रधानमंत्री से मांग की गई कि प्रत्येक अस्पताल की सुरक्षा के मानक बढ़ाए जाए। अस्पतालों को सुरक्षित क्षेत्र घोषित किया जाए। आरोपितों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई हो। इस दौरान आई एम ए के अध्यक्ष डा. मनदीप सिंह, सचिव डा. कर्मवीर सिंह, पूर्व अध्यक्ष डा. रजनीश दहूजा, डा. मनीष पांडे, डा. जी रहमान, डा. नीरज आर्य, डा. स्वर्ण जीत सिंह, डा. सुभाष सहगल, डा. नरेश सैनी, डा. कलीम अहमद, डा. संजीव वर्मा, डा. सीएस आनंद, डा. अनिल भल्ला, डा. शादाब अंसारी, डा. रजनीश सिघल, डा. खलीलुल्लाह खान आदि मौजूद रहे।
डीजल के बढ़ते दामों से ट्रांसपोर्ट स्वामी परेशान
सहारनपुर: डीजल के दामों में लगातार हो रही वृद्धि तथा भीषण मंदी के दौर में माल बुकिग में प्रतिस्पर्धा से ट्रांसपोर्ट्स परेशान हैं। सहारनपुर ट्रांसपोर्ट्स एसोसिएशन ने माल बुकिग व डिलीवरी शुल्क लगाने की योजना पर मंथन शुरू कर दिया है।
टीपी नगर में संपन्न हुई बैठक में एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सरदार पीपी सिंह, ललित पोपली ने कहा की डी•ाल की कीमतों मे अत्याधिक वृद्धि होना चिता का विषय है। कहा कि परिवहन जगत डीजल का सबसे बड़ा खरीदार है तथा यह मुद्दा व्यवसाय व रोजगार से सीधे जुड़ा है। लाकडाउन में माल की मांग और उत्पादन मे गिरावट आने तथा आवश्यक सामग्री का ढुलान न्यूनतम और बाजारो के बंद रहने से ट्रांसपोर्ट व्यवसाय में प्रतिस्पर्धा का दौर पहली बार देखा गया है, जो भाड़ा वर्तमान में लिया जा रहा है। यह उस समय का है जब डी•ाल 50-60 रुपये प्रतिलीटर होता था। उन्होंने परिवहन व्यवसाय को बचाने के लिए प्रति बुकिग बिल्टी व डिलीवरी चार्ज 20-20 रुपये करने की मांग भी की। संयोजक राजीव कालिया ने कहा कि इस मसले पर सभी परिवहन व्यवसायियों से सीधा संवाद स्थापित करके ही निर्णय लिया जाना चाहिए। एसोसिएशन अध्यक्ष ब्रित चावला ने कहा कि रोजगार बचाने को माल भाड़ा बढ़ाया जाना जरूरी है। इस दौरान संयम कक्कड़, रोबिन मोंगा, निशा साहनी, भाई सुनील, रवि गुप्ता, जगदीश गिरधर, प्रेम शर्मा, मुकेश दत्ता आदि परिवहन व्यवसायी मौजूद रहे।