धान खरीद बंद करने पर किसानों का प्रदर्शन

साधन सहकारी समिति चिलकाना द्वारा की जा रही सरकारी धान की खरीद बंद किए जाने से नाराज भाकियू कार्यकर्ताओं ने क्रय केंद्र पर प्रदर्शन किया। बाद में पीसीएफ के जिला प्रबंधक द्वारा दिए आश्वासन के बाद किसानों ने दो दिन के लिए प्रदर्शन स्थगित कर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 11 Nov 2020 05:19 PM (IST) Updated:Wed, 11 Nov 2020 05:19 PM (IST)
धान खरीद बंद करने पर किसानों का प्रदर्शन
धान खरीद बंद करने पर किसानों का प्रदर्शन

सहारनपुर जेएनएन। साधन सहकारी समिति चिलकाना द्वारा की जा रही सरकारी धान की खरीद बंद किए जाने से नाराज भाकियू कार्यकर्ताओं ने क्रय केंद्र पर प्रदर्शन किया। बाद में पीसीएफ के जिला प्रबंधक द्वारा दिए आश्वासन के बाद किसानों ने दो दिन के लिए प्रदर्शन स्थगित कर दिया।

इससे पूर्व भाकियू नेताओं से बातचीत करते हुए केंद्र व्यवस्थापक जुबैर अहमद का कहना था कि केंद्र पर एक हजार कुंतल से अधिक खरीदा हुआ धान पड़ा है, जिसका उठान नहीं हुआ। इसी कारण उन्हें धान सूखने से भारी नुकसान हो रहा है। इसलिए खरीदे गए धान के उठने तक वह धान की खरीद नहीं कर सकते। बाद में भाकियू नेता भीम सिंह ने पीसीएफ के जिला प्रबंधक विवेक यादव से फोन पर बात की। जिला प्रबंधक द्वारा राईस मिल मालिक से बात कर किसानों को दो दिन में समस्या का समाधान कर धान की खरीद शुरू करने के आश्वासन दिया, जिसके बाद किसान शांत हुए। इस अवसर पर चौधरी भीम सिंह के अलावा रामनाथ सैनी, मौ. असलम, जयपाल, भरत सिंह सैनी, सुशील कुमार, अल्लादिया व नरेन्द्र सिंह समेत कई किसान उपस्थित रहे।

महंगी सेंटर पर बारदाना पहुंचते ही किसानों की लगी लाइन

कई दिन बाद राजकीय धान क्रय केंद्र सांगाठेड़ा-महंगीपर बुधवार की सुबह को बारदाना पहुंच गया। जिससे किसानों की लाइन लग गई धान खरीद भी 3100 कुंतल तक बढ़ गई।

महंगी सेंटर पर कई दिनों से बारदाना नहीं था। परेशान किसानों ने एसडीएम को भी शिकायत की थी। सहकारी समिति के एमडी अंकुर शर्मा ने बताया कि बुधवार को बारदाना सेंटर पर पहुंच गया था। जिससे राजकुमार चौधरी बालू, राजेन्द्र कुमार, मुस्तकीम, बबलू, अरविद सैनी, श्याम लाल सैनी आदि किसानों का धान तौला गया। महंगी सेंटर पर बुधवार को 3100 कुंतल तक धान की खरीद हो गई हैं। उधर गंगोह मंडी में बने सरकारी खरीद केंद्र पर इंचार्ज मनोज गौतम ने बताया कि अभी तक 2593 कुंतल धान खरीद हो चुकी थी। जबकि कई बड़े किसानों का धान सेंटर पर पड़ा था। बता दें अब अधिकांश किसानों का धान खत्म हो चुका है। जिससे आगे धान खरीद भी कम हो जाएगी।

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