जब कामगार सीमा पर तो बसें लखनऊ क्यों बुलाई : इमरान
प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति के सदस्य व पूर्व विधायक इमरान मसूद ने कहा कि कांग्रेस प्रवासी कामगारों की सुरक्षित घर वापसी को लेकर गंभीर है।
सहारनपुर, जेएनएन। प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति के सदस्य व पूर्व विधायक इमरान मसूद ने कहा कि कांग्रेस प्रवासी कामगारों की सुरक्षित घर वापसी को लेकर गंभीर है। इसीलिए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश प्रभारी प्रियंका वाड्रा ने प्रवासी कामगारों को लाने के लिए प्रदेश सरकार से एक हजार बसों की अनुमति मांगी थी लेकिन प्रदेश सरकार इस मामले को लेकर भी राजनीति कर रही है। पूर्व विधायक इमरान मसूद ने यहां जारी बयान में कहा कि कोरोना वायरस के कारण लागू किए गए लॉकडाउन में प्रवासी कामगार गाजियाबाद, झांसी व मथुरा सीमा पर फंसे हुए हैं। प्रियंका ने उन्हें वापस लाने के लिए प्रदेश सरकार से एक हजार बसों की अनुमति मांगी थी, जिनमें से 600 बसें पिछले दो दिन से गाजियाबाद सीमा पर खड़ी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस प्रस्ताव का मजाक बनाया है। बाद में अनुमति की बात कहकर बसों की सूची मांगी गई जिसका प्रियंका गांधी ने धन्यवाद भी किया। बाद में प्रदेश के परिवहन आयुक्त राकेश कुमार सिंह ने सभी बसों को सुबह दस बजे लखनऊ की वृंदावन योजना में लाने को कह दिया। उन्होंने कहा कि जब प्रवासी कामगार सीमा पर फंसे हुए हैं तो बसों को लखनऊ बुलाने का क्या औचित्य है।