हरी और ताजी सब्जी खाएंगे आंगनबाड़ी केंद्रों के नौनिहाल

कुपोषण मिटाने के लिए जनपद में पोषण वाटिकाओं का निर्माण किया जा रहा है। यहां तैयार हो रही हरी सब्जी आंगनबाड़ी केंद्रों व प्राथमिक स्कूलों के बच्चों को खाने को मिलें सकेंगी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 07:26 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 07:26 PM (IST)
हरी और ताजी सब्जी खाएंगे आंगनबाड़ी केंद्रों के नौनिहाल
हरी और ताजी सब्जी खाएंगे आंगनबाड़ी केंद्रों के नौनिहाल

सहारनपुर, जेएनएन। कुपोषण मिटाने के लिए जनपद में पोषण वाटिकाओं का निर्माण किया जा रहा है। यहां तैयार हो रही हरी सब्जी आंगनबाड़ी केंद्रों व प्राथमिक स्कूलों के बच्चों को खाने को मिलें सकेंगी। जनपद के 3410 आंगनबाड़ी केंद्रों में से 1167 पर पोषण वाटिका तैयार की गई है। वाटिकाओं में रासायनिक उर्वरकों व कीटनाशक इस्तेमाल नहीं कर जैविक खाद का प्रयोग किया गया है।

जिला कार्यक्रम अधिकारी आशा त्रिपाठी का कहना है कि हरी सब्जी कम खाने से बच्चों के शरीर में वीटा कैरोटीन, फोलेट, कैल्शियम, राइवो फ्लोविन तथा आयरन जैसे पोषक तत्वों की कमी के कारण बीमारियां पनपने लगती हैं। पोषण वाटिकाओं में रासायनिक उर्वरकों व कीटनाशक का इस्तेमाल न कर जैविक खाद का प्रयोग किया जा रहा है।

वाटिकाओं में ये लगाए फल सब्जी

पालक, लौकी, तौरई, कद्दू, बैंगन, गोभी, खीरा, गाजर, टमाटर, शलजम, भिडी, मूली, मटर, सहजन, पपीता आदि के पौधे लगाए गए हैं। साथ ही कुपोषित बच्चों के घरों में भी 20 हजार पौधे दिये गए हैं। पोषण वाटिकाओं के लिए बीज की उपलब्धता उद्यान विभाग व कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा उपलब्ध कराई गई है। पोषण वाटिकाओं की देखभाल का जिम्मा बाल विकास पुष्टाहार विभाग कर रहा है।

-1167 आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्थापित पोषण वाटिकाएं, कुपोषित बच्चों के 20 हजार घरों में दिये गए पौधे।

इन्हें मिलेगा पोषण वाटिकाओं का लाभ

किशोरी बालिका 11-14 साल --9000

0-5 साल के बच्चें ---------1.95 लाख

गर्भवती व धात्री महिलाएं-----72,000

पंजीकृत शून्य से 5 वर्ष के बच्चे--2.26 लाख

आंगनबाडी केंद्र

--3410

प्राथमिक विद्यालयों में 1718 आंगनबाडी केंद्र।

बुखार:: प्रधान ने कराया गांव में दवा का छिड़काव एव फागिग

बड़गांव: कस्बे के गांव शिमलाना में बढ़ रहे बुखार के प्रकोप के चलते मंगलवार को प्रधान पति काका राणा ने कीटनाशक दवा का छिड़काव व फागिग करा दी है।

ग्राम प्रधान पति काका राणा ने बताया कि गांव में पांच बार कीटनाशक दवा का छिड़काव करा दिया गया है। हालांकि अब गांव में बुखार के मरीज घट रहे हैं। गांव में साफ सफाई कराई जा रही है। सीएचसी नानौता के द्वारा भी गांव में दो बार स्वास्थ्य जांच कैप लगाकर मरीजों को दवा वितरित की गई है।

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