मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम अब 11 को

उत्तर प्रदेश शासन द्वारा अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति अन्य पिछड़ा वर्ग अल्पसंख्यक वर्ग एवं सामान्य वर्ग के गरीब व्यक्तियों की पुत्री की शादी के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना अब 11 दिसंबर को निर्धारित की गई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 10:49 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 10:49 PM (IST)
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम अब 11 को
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम अब 11 को

सहारनपुर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश शासन द्वारा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक वर्ग एवं सामान्य वर्ग के गरीब व्यक्तियों की पुत्री की शादी के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना अब 11 दिसंबर को निर्धारित की गई है।

जिला समाज कल्याण अधिकारी अर्चना ने कहा कि आवेदन के लिए कन्या के अभिभावक उत्तर प्रदेश के मूल निवासी हों। कन्या एवं कन्या के अभिभावक निराश्रित, निर्धन तथा जरुरतमंद हो। आवेदक के परिवार की आय सीमा दो लाख रुपये वार्षिक से अधिक न हो। विवाह के लिए किये गये आवेदन में पुत्री की आयु शादी की तिथि को 18 वर्ष या उससे अधिक होनी अनिवार्य है तथा वर के लिए 21 वर्ष की आयु पूर्ण हो गयी हो।

मधुमक्खी पालन और कृृषि एवं बागवनी प्रशिक्षण

सहारनपुर : उत्तर प्रदेश में वैज्ञानिक पद्धति से मौन (मधुमक्खी) पालन के कृृषि एवं बागवनी आधारित व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के अधीन औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र में 16 दिसंबर से 31 जनवरी 2022 तक 45 दिन का मौनपालन प्रशिक्षण आरम्भ किया जा रहा है। संयुक्त निदेशक औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र भानु प्रकाश राम ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण में 18 वर्ष से ऊपर किसी भी आयु के पुरुष एवं महिलाएं भाग ले सकते हैं। प्रशिक्षण में भाग लेने के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता कक्षा आठ पास होना अनिवार्य है।

विश्व दिव्यांगता दिवस पर गोष्ठी

सहारनपुर: मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संजीव मांगलिक के निर्देशानुसार विश्व दिव्यांगता दिवस के अवसर पर नोडल अधिकारी शिवांका गौड़ तथा आइटीआइ प्रधानाचार्य बीसी सिंह की अध्यक्षता में राजकीय आईटीआई में एनसीडी टीम द्वारा गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिला मलेरिया अधिकारी एवं नोडल अधिकारी एनसीडी सेल शिवांका गौड़ ने दिव्यांगो के योग्यता तथा उनके प्रति सकारात्मकता रखने पर चर्चा की। गोष्ठी में मानसिक स्वास्थ्य प्रकोष्ठ से अंशिका सिंह ने दिव्यांगता दिवस के उद्देश्यों एवं सकारात्मकता के विषय पर चर्चा की।

मनोवैज्ञानिक देवेन्द्र सिंह ने मंद बुद्धि, अवसाद तथा समाज के नागरिक के रूप में सहभागिता आदि पर जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन सरदार सिंह ने किया। कार्यक्रम में लगभग 105 बच्चे व स्टाफ मौजूद रहा।

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