माफिया से 'दंगल' में चैंपियन अंजुम चित
महिला पहलवान अंजुम राष्ट्रीय स्तर पर कई पहलवानों को चित कर चुकी हैं पर भू-माफिया से दंगल में उन्हें अपने गांव में ही शिकस्त मिल गई है। राष्ट्रीय महिला पहलवान 10 साल से भूमाफिया से जंग लड़ रही है। भूमाफिया से जमीन को कब्जामुक्त कराने के लिए महिला खिलाड़ी जिला प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पोर्टल तक गुहार लगा चुकी है।
सहारनपुर, जेएनएन। महिला पहलवान अंजुम राष्ट्रीय स्तर पर कई पहलवानों को चित कर चुकी हैं पर भू-माफिया से दंगल में उन्हें अपने गांव में ही शिकस्त मिल गई है। राष्ट्रीय महिला पहलवान 10 साल से भूमाफिया से जंग लड़ रही है। भूमाफिया से जमीन को कब्जामुक्त कराने के लिए महिला खिलाड़ी जिला प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पोर्टल तक गुहार लगा चुकी है।
पहले गांव छुड़वाया
अंजुम महिला पहलवानी के क्षेत्र में चमकी तो गांव के कुछ दबंगों ने विरोध किया। पहलवानी छोड़ने के लिए कहा। अंजुम के परिवार ने बात नहीं मानी तो उन्हें गांव से पलायन करने को मजबूर किया गया। अंजुम का परिवार गांव रसूलपुर में आकर रहने लगा। देहात कोतवाली क्षेत्र के गांव टोपरी की निवासी अंजुम के पिता सत्तार अहमद की गांव में 12 बीघा जमीन है। इस जमीन में से चार बीघा जमीन पर गांव के माफिया ने कब्जा कर लिया। जमीन कब्जाने का विरोध किया तो अंजुम को गांव के चौराहे पर जान से मारने का प्रयास किया। अंजुम ने इस मामले में 2015 में देहात कोतवाली में तहरीर दी थी, लेकिन अब तक कार्रवाई नहीं हुई है। वहीं, जिलाधिकारी कार्यालय में भी करीब एक साल पहले शिकायती पत्र दिया था। अब सीएम पोर्टल पर शिकायत के बाद गांव में एक पटवारी पहुंचा। जमीन की पैमाइश कर चार बीघा जमीन पर अवैध कब्जा बताया। पटवारी सतेंद्र गुप्ता ने बताया कि रिपोर्ट तहसीलदार को सौंप दी गई है।
यह है खिलाड़ी की उपलब्धियां
- 2018-19 में गोंडा जिले में सीनियर नेशनल कुश्ती चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता।
- 2018-19 में गोरखपुर में सीनियर स्टेट कुश्ती चैंपियनशिप में ब्रांज मेडल।
- 2017-18 में जौनपुर जिले में सीनियर स्टेट कुश्ती चैंपियनशिप में ब्रांज मेडल ।
- 2017-18 में गोंडा मे सीनियर नेशनल चैंपियनशिप मं ब्रांज मेडल।
खेल प्रशिक्षक का भी डिप्लोमा
अंजुम ने लक्ष्मीबाई नेशनल इंस्टीट्यूट आफ फिजिकल एजुकेशन ग्वालियर से खेल प्रशिक्षक का डिप्लोमा भी हासिल किया है। अंजुम का भाई और बहन भी कुश्ती खिलाड़ी बनने की तैयारी कर रहे हैं।
यह मामला मेरे सामने कभी नहीं आया। खिलाड़ी हमसे मिले। जांच के बाद कार्रवाई कराएंगे।
- अखिलेश सिंह, जिलाधिकारी।