ट्रेनों में चोरी करने वाले गिरोह का बदमाश पकड़ा

जीआरपी थाना पुलिस को ट्रेनों में चोरी करने वाले एक बदमाश को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि उसने आधा दर्जन से अधिक ट्रेनों में चोरी की है। आरोपित जीआरपी थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Jan 2021 06:38 PM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 06:38 PM (IST)
ट्रेनों में चोरी करने वाले गिरोह का बदमाश पकड़ा
ट्रेनों में चोरी करने वाले गिरोह का बदमाश पकड़ा

सहारनपुर, जेएनएन। जीआरपी थाना पुलिस को ट्रेनों में चोरी करने वाले एक बदमाश को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि उसने आधा दर्जन से अधिक ट्रेनों में चोरी की है। आरोपित जीआरपी थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है। आरोपित के पास से चोरी किया गया पर्स, मोबाइल और अन्य सामान बरामद किया है। आरोपित को जेल भेज दिया गया है।

जीआरपी थाना प्रभारी राशिद अली ने बताया कि उनकी टीम बुधवार की दोपहर रेलवे स्टेशन पर चेकिग कर रही थी। उसी समय एक युवक रेलवे स्टेशन पर संदिग्ध दिखाई दिया। जिसकी तलाशी ली गई। उसके पास से दो मोबाइल और एक महिला का पर्स मिला। आरोपित ने स्वीकारा कि वह ट्रेनों में वह चोरी करता है। पूछताछ में उसने अपना नाम अंकित उर्फ छोटू पुत्र विनोद उर्फ मोरिस निवासी गोविदनगर थाना सदर बाजार सहारनपुर बताया। वहीं, उसने बताया कि उनका दो लोगों का गैंग है। जिसमें दूसरा युवक दीपक पुत्र अरुण निवासी गोविदपुरी है। अब पुलिस दीपक की तलाश कर रही है। थाना प्रभारी राशिद अली ने बताया कि अंकित के पास से दो महंगे मोबाइल, एक महिला का पर्स सामान बरामद किया है। आरोपितों ने बताया कि उन्हें खुद याद नहीं है कि उन्होंने कितनी ट्रेनों में चोरी की है। आरोपित पर 21 मुकदमे दर्ज हैं।

प्रकाश पर्व पर सजाया भव्य कीर्तन दरबार

सरसावा: सिखों के दसवें गुरु साहिब श्री गुरु गोविद सिंह जी महाराज का प्रकाशोत्सव इस बार भी धूमधाम से मनाते हुए कीर्तन दरबार सजा।

बुधवार को अंबाला रोड स्थित गुरुद्वारा साहिब में श्री गुरु सिंह सभा के तत्वावधान में सजे कीर्तन दरबार में संगत को संबोधित करते हुए हजूरी रागी ज्ञानी अमरजीत सिंह जी ने कहा कि साहेब जी का सारा जीवन संघर्ष से भरा रहा। छोटी उम्र में ही हिन्दू धर्म की रक्षा के लिए उनके पिताश्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी ने बलिदान दिया। उसके बाद धर्म की रक्षा के लिए अपने चार पुत्रों को भी कुर्बान कर दिया। गुरु जी का ज्यादा समय जंगों में ही बीता। इसके बावजूद भी गुरु जी ने जाप साहिब, सवैये, बचित्तर नाटक, चंडी दी वार, अकाल उसतत, जफरनामा आदि गुरुबाणी की भी रचना की।

गुरु जी कलम तथा तलवार दोनों के धनी थे। ज्ञानी जी ने बताया कि गुरु जी ने पौंटा साहिब में रहते हुए पुरातन ग्रन्थों का अनुवाद भी करवाया। इस दौरान लंगर भी लगा। गुरद्वारा साहिब के सेक्रेट्री महेंद्र सिघ फौजी ने बताया कि गुरुद्वारा साहिब में मुख्य कार्यक्रम 24 जनवरी को मनाया जाएगा। रात के समय गुरुद्वारा साहिब को रंगीन रोशनी से भी सजाया गया। तथा आतिशबाजी भी की गई।

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