अधर में लटका यमुना पुल का निर्माण
जिले के नकुड़ के नसरुल्लागढ़ क्षेत्र में हरियाणा की ओर पड़ने वाले नगली गांव पर डेढ़-दो साल से यमुना नदी पर एक पुल का निर्माण कार्य चल रहा है। हरियाणा सरकार ने पुल के बनाने के लिए 102 करोड़ रुपए का बजट पहले ही जारी कर दिया था।
सहारनपुर, जेएनएन। जिले के नकुड़ के नसरुल्लागढ़ क्षेत्र में हरियाणा की ओर पड़ने वाले नगली गांव पर डेढ़-दो साल से यमुना नदी पर एक पुल का निर्माण कार्य चल रहा है। हरियाणा सरकार ने पुल के बनाने के लिए 102 करोड़ रुपए का बजट पहले ही जारी कर दिया था। उल्लेखनीय बात यह है कि हरियाणा के क्षेत्र में बन रहे इस पुल के बाद करीब 2 किलोमीटर लम्बी सड़क का निर्माण हरियाणा सरकार द्वारा किया जाना है। वहीं, इस पुल को जोड़ने के लिए हरियाणा सीमा से उत्तर प्रदेश की ओर प्रस्तावित लगभग 10 किलोमीटर की सड़क बननी है। जिसके संभावित खर्च का प्रस्ताव लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश सरकार को भेज दिया है, मगर अभी तक उत्तर प्रदेश सरकार ने उस पर कोई भी कार्यवाही नहीं की है। संभावना है कि पुल का निर्माण अगले 6 से लेकर 8 माह में पूरा हो जाएगा। मगर तब तक उत्तर प्रदेश की तरफ से हरियाणा को जोड़ऩे वाली सड़क बन पाएगी या नहीं। इस पर अभी संशय बना हुआ है।
वैसे भी उत्तर प्रदेश की ओर जिस प्रस्तावित सड़क का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है, वह मात्र 2 लेन का सड़क मार्ग है। उत्तर प्रदेश सरकार की उदासीनता से यमुना खादर से जुड़े हुए ग्रामीण क्षेत्रवासियों में सरकार के प्रति रोष बढ़ रहा है। साथ ही इस योजना के अधर में लटकने की वजह से यमुना बेल्ट के लोगों में खासी नाराजगी हैं।
नसरुल्लागढ गांव के पूर्व प्रधान चंद्रभान चौहान कहते हैं कि सरकार को सड़क बनाने के लिए जल्द प्रयास करने चाहिए। आमजन एकता पार्टी के संस्थापक देवेंद्र चौहान भी कहते हैं कि प्रदेश सरकार को इस पुल को जोड़ने वाली 10 किलोमीटर की सड़क बनाने के लिए जल्द से जल्द बजट जारी करना चाहिए। ताकि इस पुल का फायदा इस क्षेत्र के लोगों को मिल सके और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकें।